सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए प्रियंका चतुर्वेदी शिवसेना में शामिल हो गई। प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस के प्रवक्ता सहित पार्टी के सभी पदों से कल ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफ़ा सौंपा था।
पार्टी कार्यकर्ताओं की बदसुलूकी और उनपर कोई ठोस कार्रवाई न होने की वजह नाराजगी
प्रियंका चतुर्वेदी पिछले दिनों यूपी के मथुरा में थीं। यहां राफेल डील को लेकर हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके साथ अभद्र व अमर्यादित व्यवहार किया था। जिस पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आरोपी कार्यकर्ताओं के विरूद्ध त्वरित कार्रवाई की थी। हालांकि, बाद में घटना पर खेद प्रकट करते हुए कार्रवाई को निरस्त कर दिया गया था। इस पूरे मसले पर प्रियंका चतुर्वेदी ने अफसोस प्रकट करते हुए दुख जाहिर किया। था।
एक नजर प्रियंका के राजनीतिक जीवन पर
किताबों का रिव्यू और ब्लॉग के लिए जानी जाती हैं प्रियंका
19 नवंबर 1979 को मुंबई में जन्मी प्रियंका चतुर्वेदी की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई, जुहू के सेंट जोसफ हाई स्कूल से हुई है और उन्होंने मुंबई के नरसी मोंजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से कॉमर्स में स्नातक किया है। एक सक्रिय पाठक होने के साथ ही वह एक बेहतरीन ब्लॉग चलाती हैं। उनका ब्लॉग किताबों पर रिव्यू लिखने वाले भारत के टॉप टेन ब्लॉग है।
मीडिया पीआर के तौर पर प्रियंका ने शुरू किया था कॅरियर
प्रियंका ने अपने करियर की शुरुआत मीडिया पीआर और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी एमपॉवर कंसल्टेंट्स से बतौर डायरेक्टर की थी। वह प्रयास चैरिटेबल ट्रस्ट की ट्रस्टी हैं जो दो स्कूल चलाता है और यहां 200 से ज्यादा गरीब बच्चों की शिक्षा व्यवस्था देखी जाती है। प्रियंका के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2010 में हुई जब उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की। 2012 में उन्हें उत्तर-पश्चिमी मुंबई के भारतीय युवा कांग्रेस का जनरल सेक्रेटरी का पदभार सौंपा गया। कांग्रेस पार्टी ने 2013 में उन्हें अपना राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया। प्रवक्ता के तौर पर प्रियंका अक्सर ही बड़े-बड़े टीवी चैनलों की डिबेट में कांग्रेस की तरफ से बोलती देखी गई हैं।
टॉप टेन भारतीय महिला नेताओं में रह चुकी हैं शामिल
2015 में यूके हाईकमिशन और कॉमनवेल्थ पारलियामेंट्री एसोसिएशन लंदन द्वारा चुने गए डेलिगेशन में प्रियंका भी शामिल थीं। वहां जाकर प्रियंका ने लंदन के लोकतंत्र का अध्ययन किया। प्रियंका 2016 में टॉप 10 भारतीय महिला राजनेताओं की लिस्ट में भी शुमार थीं।…Next
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