उपचुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। यहां गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा और सपा आमने-सामने हैं। बसपा ने सपा को समर्थन दिया है, जिससे उपचुनाव दिलचस्प हो गया है। इतना ही नहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती खुद सपा प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार की रणनीति बना रही हैं। खबरों की मानें, तो मायावती ने सपा प्रत्याशियों के प्रचार के लिए बसपा के कार्यकर्ताओं के लिए निर्देश भी जारी किया है। आइये आपको बताते हैं मायावती ने सपा के लिए क्या रणनीति बनाई है।
कम से कम 100 नुक्कड़ सभाएं करने का निर्देश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सभाएं करने का निर्देश दिया है। खबरों की मानें, तो उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को दोनों लोकसभा क्षेत्रों में कम से कम 100 नुक्कड़ सभाएं करने को कहा गया है। इतना ही नहीं, गुरुवार को हुई मीटिंग में मायावती ने अपने करीबी राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ और कुछ अन्य बड़े नेताओं को इस कैंपेन पर नजर रखने को कहा है।
डोर-टू-डोर कैंपेन करेंगे बसपा कार्यकर्ता
खबरों की मानें, तो बसपा के एक पदाधिकारी ने बताया है कि हमें उतनी ही मेहनत से प्रचार करने के लिए कहा गया है, जितनी मेहनत हम अपनी पार्टी के चुनाव लड़ने पर करते। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बसपा सूत्रों ने बताया है कि बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्रों में डोर-टू-डोर कैंपेन चलाने के लिए कहा गया है। यह भी बताया गया कि कोई बड़ी रैली करने की बजाय प्रचार शांत तरीके से किया जाए। बसपा से निकाले गए नेता इंद्रजीत सरोज अब सपा में हैं और फूलपुर में इस कैंपेन की अगुवाई कर रहे हैं।
योगी और मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीटें
गौरतलब है कि इन दोनों सीटों पर 11 मार्च को मतदान होगा और 14 मार्च को नतीजे आएंगे। गोरखपुर सीट यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर लोकसभा सीट केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। उपचुनाव की सरगर्मियों के बीच कुछ दिन पहले ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने दोनों सीटों पर राजनीति में अपनी धुर विरोधी समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का एलान किया। चर्चा है कि इसके बदले में सपा राज्यसभा चुनाव में बसपा का समर्थन करेगी…Next
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