Menu
blogid : 321 postid : 1389941

जर्मन प्रोफेसर ने 16 साल की इंदिरा गांधी को किया था प्रपोज, इस शालीनता से दिया था जवाब

‘इंदिरा गांधी’ एक ऐसा नाम जिनका नाम सुनते ही लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलती हैं। राजनीति में उन्हें सबसे प्रभावशाली नेता के अलावा उनके ऐसे फैसलों के लिए जाना जाता है, जो हमेशा विवादों में रहे हैं। इनमें से एक फैसला उनके जीवन के लिए खतरा बन गया और अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पर सैन्य कार्यवाही से सिख समुदाय समेत स्वर्ण मंदिर में आस्था रखने वाले लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई थी, जिसकी वजह से उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन पर गोली चलाई। आज इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है।इंदिरा गांधी की जिंदगी से जुड़े ऐसे कई किस्से हैं, जिनके बारे में अक्सर बातें होती हैं, आज हम आपको उनकी जिंदगी का ऐसा ही किस्सा बता रहे हैं।

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal31 Oct, 2018

 

 

जर्मन प्रोफेसर ने 16 साल की उम्र में किया था प्रपोज
इंदिरा ने फिरोज गांधी से शादी की थी लेकिन उनकी जिंदगी में सबसे पहला इंसान थे एक जर्मन प्रोफेसर, जिन्होंने इंदिरा गांधी को 16 साल की उम्र में प्रोपोज किया था। उस वक्त उन प्रोफेसर की उम्र 34 साल थी।

 

इंदिरा की सुंदरता और बुद्धि के कायल थे प्रोफेसर
प्रोफेसर उन्हें अक्सर खूबसूरत और अनूठी लड़की कहकर पुकारते थे। इन प्रोफेसर साहब का नाम था फ्रैंक ऑबेरदॉर्फ। 1933 में नेहरू ने उन्हें मशहूर कवि रवींद्रनाथ टैगोर के स्कूल शांति निकेतन भेजा। जिससे कि उनकी बेटी की प्रतिभा में और निखार आ सके। यहीं पर सबसे पहले इंदिरा की फ्रैंक ऑबेरदॉर्फ की मुलाकात हुई।

 

जब प्रोफेसर ने कर दिया था प्रोपोज
‘ऑबेरदॉर्फ इंदिरा को जर्मन पढ़ाते थे। वे 1922 में साउथ अमेरिका में टैगोर से मिल चुके थे और भारतीय संस्कृति से प्रेम उन्हें 1933 में शांति निकेतन ले आया। इंदिरा तब 16 साल की थीं और वे 34 के। इंदिरा को देखते ही उनके होश उड़ जाया करते थे। वो काफी बोल्ड थे। एक दिन उन्होंने अपने मन की बात इंदिरा से कह दी।

 

इंदिरा मानती थी दोस्त, कर दिया इंकार
प्रोफेसर के मुंह से ये बात सुनकर इंदिरा ने कहा ‘देश की हालत बेहद गंभीर है और आप ऐसी बातें कर रहे हैं। आपको शोभा नहीं देता ये सब।’ इसके बाद इंदिरा प्रोफेसर से बहुत नाराज हुईं। फिर भी प्रोफेसर की भावनाओं को समझते हुए इंदिरा उन्हें दोस्त मानने लगी।

 

 

अपनी हर बात शेयर करने लगी प्रोफेसर से
इस घटना के बाद इंदिरा प्रोफेसर से हर बात शेयर करती थी। वो दोनों घंटों राजनीति, खेल, देश-दुनिया की बातें शेयर करते थे लेकिन दूसरी तरफ इंदिरा ने प्रोफेसर को एक बात भी साफ-साफ कह दी। इंदिरा ने कहा ‘मैं एक आम लड़की हूं कोई अनूठी नहीं। बस, आसाधारण पुरूष और अनूठी महिला की बेटी हूं।’ वक्त के साथ इंदिरा आगे बढ़ती गईं और ये कहानी धुंधला गई लेकिन एक किस्से के रूप में, ये जर्मन प्रोफेसर उनकी जिंदगी में हमेशा के लिए जुड़ गए। मशहूर लेखिका पुपुल जयकर की ‘इंदिरा गांधी बायोग्राफी’ में इस घटना का जिक्र किया गया है…Next 

 

Read More :

अपनी प्रोफेशनल लाइफ में अब्दुल कलाम ने ली थी सिर्फ 2 छुट्टियां, जानें उनकी जिंदगी के 5 दिलचस्प किस्से

गुजरात में प्रवासी कर्मचारियों पर हमले को लेकर चौतरफा घिरे अल्पेश ठाकोर कौन हैं

वो 3 गोलियां जिसने पूरे देश को रूला दिया, बापू की मौत के बाद ऐसा था देश का हाल

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh