Menu
blogid : 321 postid : 1390743

सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखने वाला वो नेता, जिसने खुलासा किया 2004 में पीएम क्यों नहीं बनीं सोनिया गांधी

राजनीति की दुनिया में हमेशा ऐसा होता है कि यहां जब भी कोई नेता अपनी आत्मकथा या किसी और के जीवन पर आधारित किताब लिखता है, तो उससे जुड़े कई लोगों को डर सताने लगता है। ऐसे में हर ऑटोबॉयोग्राफी के साथ कोई न कोई विवाद जरूर जुड़े होते हैं। राजनीति के गलियारों में एक ऐसी ही आत्मकथा है नटवर सिंह की, जिससे कई विवाद जुड़े हुए हैं। आज नटवर सिंह का जन्मदिन है। आइए, जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े खास किस्से।

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal16 May, 2019

 

 

सिविल सर्विसेस एग्जाम क्लियर करने के बाद विदेश मंत्रालय के लिए चुने गए
राजनीतिज्ञ, लेखक, पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर कुंवर नटवर सिंह का जन्म 16 मई 1931 को राजस्थान के भरतपुर जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पूरी की। उन्होंने आगे की पढ़ाई इंग्लैंड के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी और चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी से पूरी की। कैंब्रिज में नटवर सिंह की मुलाकात कृष्ण मेनन से हुई, जिन्होंने नटवर सिंह को सिविल सर्विसेस इंटरव्यू के लिए कई टिप्स दिए। नटवर सिंह ने सिविल सर्विसेस का एग्जाम क्लियर कर लिया और इंडियन फॉरेन सर्विस के लिए सेलेक्ट हुए।

 

 

1984 में थामा कांग्रेस का हाथ
नटवर सिंह ने कांग्रेस का हाथ वर्ष 1984 में थामा। कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने आठवें लोकसभा चुनाव में राजस्थान के भरतपुर से जीत दर्ज की। इसके बाद वर्ष 1985 में सिंह राजीव गांधी की नेतृत्व वाली सरकार में कोयला और खदान मंत्री बनाए गए। इसके बाद वर्ष 1986 से 1989 तक वह विदेश मंत्री भी रहे। नटवर सिंह वर्ष 1987 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा न्यू यॉर्क में आयोजित निरस्त्रीकरण सम्मलेन के अध्यक्ष बने। वह राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य भी रहे। साल 2004 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में उन्हें फिर से विदेश मंत्री बनाया गया। साल 2008 में उन्होंने कांग्रेस को छोड़ समाजवादी पार्टी का साथ चुना।

 

 

2004 में पीएम क्यों नहीं बनीं सोनिया गांधी
‘सोनिया गांधी क्यों नहीं बनी पीएम’ नटवर की किताब में काफी ऐसी बातें लिखी हुई हैं, जिसपर जमकर बवाल हुआ है। इनमें से एक बात है सोनिया गांधी के पीएम बनने को लेकर किताब में 2004 का जिक्र करते हुए बताया था कि सोनिया गांधी प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनी थी। नटवर सिंह ने अपनी किताब में लिखा है कि 2004 में सोनिया गांधी राहुल गांधी के दबाव में प्रधानमंत्री नहीं बनी थी। इसके अलावा नटवर सिंह ने अपनी किताब में ये भी लिखा है कि यूपीए शासनकाल के दौरान में अहम फैसले सोनिया की मंजूरी के बिना नहीं होते थे।…Next

 

Read More :

यूपी कांग्रेस ऑफिस के लिए प्रियंका को मिल सकता है इंदिरा गांधी का कमरा, फिलहाल राज बब्बर कर रहे हैं इस्तेमाल

भारतीय चुनावों के इतिहास में 300 बार चुनाव लड़ने वाला वो उम्मीदवार, जिसे नहीं मिली कभी जीत

फिल्मी कॅरियर को अलविदा कहकर राजनीति में उतरी थीं जया प्रदा, आजम खान के साथ दुश्मनी की आज भी होती है चर्चा

 

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh