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देश की सहायता कीजिए

कटाक्ष
कटाक्ष
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आज तक भारत को भले ही दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जाता रहा है पर अगर सही अर्थों में देखा जाए तो यह बात सभी के सामने खुल कर आ सकती है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होते हुए भी कितना अक्षम है. इसके कारण भले ही कई सारे हों पर इन कारणों पर कोई नजर नहीं देना चाहता है. जहां तक भारत में व्यवस्था की बात है वह चाहे कोई भी हो पर उसमें यह नहीं देखा जा सकता है कि वो सुचारु रूप से चल रही है, हर तरफ यह देखने को मिलेगा कि किस प्रकार व्यवस्थाओं के साथ खेला जा रहा है, उन्हें अपने अनुसार बना कर प्रयोग में लाया जा रहा है. भले ही उससे देश की छवि पर दाग आए.


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पुलिस का साथ या डर

यह बात शायद किसी को भी पूरी तरह समझ में नहीं आती है कि भारत में पुलिस जनता की रक्षा और उसकी मदद करने के लिए है या उसमें डर पैदा करने के लिए. अगर अपना बचाव करना हो तो कृपया पुलिस के पास ना जाएं भले ही उसकी वजह से आपको कितने भी अन्य मुसीबतों का सामना करना पड़े. “मानव संरक्षण” के लिए बनाए गए संगठन “ह्यूमन राइट्स वाच” के एक हालिया रिपोर्ट के आधार पर यह बात सामने आई है कि किस प्रकार भारत में सामाजिक रूप से अवनति हुई है और इसका एक प्रमुख कारण यहां की पुलिस व्यवस्था भी है. एक तरफ यह देखने को मिलता रहा है कि पुलिस हमेशा से ही राजनैतिक पार्टियों के अधीन रहती आई है और दूसरी तरफ उसे अपनी मनमानी भी करते देखा गया है और इस तरह से इस बात पर गौर करना अब जरूरी हो गया है कि हमें अपनी पुलिस व्यवस्था को सुधारना है या नहीं. अगर है तो हमें और सत्ता पक्ष को किस प्रकार के कदम उठाने होंगे? समय-समय पर पुलिस की व्यवस्था में सुधार के लिए कई सारे आयोग और नियम कानून बनाए गए पर यथार्थ में कभी भी कोई सुधार देखने को नहीं मिला और इसी वजह से इस देश में पुलिस की शक्ति कम हो गई और अपराधियों में वो साहस आ गया जिसके लिए वो लालाइत थे.


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न्याय प्रणाली की लचर अवस्था

भारत में अगर न्याय प्रणाली को देखा जाए तो यह कहा जा सकता है कि अपराधियों के लिए इससे अच्छा देश कोई हो ही नहीं सकता है. यहां आप कुछ भी कर के बच सकते हैं भले ही आपको इसके लिए कितने भी अर्थ का भुगतान करना पड़े और भाई यह बड़ी बात होती है कि “जान बची तो लाखों पाए”!!. आपको कितने भी सामाजिक और नैतिक मूल्यों का हनन करने की यहां छूट है. यहां यह कोई नहीं देखता है कि आपका दोष क्या है. सब यही देखने के फिराक में रहते हैं कि वो इस पूरे संकीर्ण मामले से कैसे बच कर निकला है और मैं कैसे इसे अपने लिए प्रयोग कर सकता हूं. यहां आप बलात्कार कर सकते हैं, भ्रष्टाचार तो आम बात है, पर यहां की व्यवस्था आपको यह आश्वासन जरूर देती रहगी कि आप इससे बच कर निकल सकते हैं. अगर आपको विश्वास नहीं होता तो आप यहां किसी भी घोटाले के ऊपर नजर डालें और देखें कि उस पर किस प्रकार की सुनवाई हुई है और वह पूरा मामला कितनी सफाई से दबाया गया है. अब देखिए आपको थोड़ा तो भरोसा दिखाना ही होगा नहीं तो यहां अपराध का प्रचार-प्रसार कैसे हो पाएगा. इसलिए आगे बढ़िए और अपराध के क्षेत्र में अव्वल होने में देश की सहायता कीजिए.


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