- 82 Posts
- 42 Comments
अब मौसम आ गया है जब तीर को कमान से छोड़ा जाए और ऐसा हो भी रहा है चारों तरफ. चारों ओर जुबानी जंग छिड़ी है. सब अपना दामन बचाने के चक्कर में दूसरों पर आरोप लगाने में देर नहीं कर रहे हैं. वे जानते है की जहां थोड़ा सी भी देर करने पर दूसरे हम पर चढ़ जाएंगे और अपनी तूती बजाने लगेंगे. यही मुख्य कारण है कि इतने सारे पुराने और नए विवाद आज वायुमंडल में छाए हुए हैं. हैरत की बात यह है कि कोई भी इतने वजनी विवाद के भार से दबता हुआ नजर नहीं आता है. सभी बिना डर के खुले आम घुम रहे हैं. बस एक मौके के तलाश में हैं कि कब किसी की कोई बात निकले और उसे ढाल बना कर हम वार करने पर उतारु हो जाए.
Read:प्यार किया फिर शादी के लिए मुस्लिम बने
मोदी तानाशाह हैं: सर्दी के मौसम में राजनीति की गर्म अंगीठी सब को बेचैन के साथ कुछ को परेशान भी कर रही है. राहुल गांधी जो कांग्रेस के लिए भविष्य के सेनापति कहे जा रहे हैं (अब देखना है यह साबित कैसे होता है !!) उन्होंनेआग में घी डालने का काम किया है. राहुल गांधी ने नरेन्द्र मोदी पर वार करते हुए कहा कि वे सत्ता के भुखे हैं और इसकी प्राप्ति के लिए यह किसी भी स्तर तक जा सकते हैं. तानाशाह का तगमा देते हुए राहुल गांधी ने अपने विचारों को अच्छे तरीके से साफ कर दिया कि वो भी मोदी से कम नहीं हैं और पलटवार की कांग्रेसी परंपरा को वो आज भी कायम रखे हुए हैं. वह इसका निर्वाह करना भी अच्छे तरीके से करना जानते हैं.
Read:पत्नी मेरी है लेकिन सेक्स किसी और के साथ करेगी
ऐसा नहीं कहना चाहिए था: राहुल गांधी को शायद ऐसा नहीं कहना चाहिए था. जामनगर (गुजरात) में एक सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल ने यह बयान दिया. राहुल गांधी ने अपनी बात पार जोर देते हुए कहा कि कोई भी आसानी से देख सकता है कि गुजरात में कितना भय का महौल है. हर आदमी के भीतर भय है शासन के प्रति. अल्पसंख्यक की जहां तक बात आती है आज भी गुजरात में वही पुराना राग अलापा जा रहा है. कट्टरवाद की वजह से जो भी गुजरात को और नरेन्द्र मोदी को देखना और सहना पड़ा यह किसी से भी छिपा नहीं है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी कभी अकेले नहीं रहे हैं, हमेशा ही किसी ना किसी विवाद ने उनका साथ दिया है. तो क्या ऐसे विवादीत पुरुष की तुलना राष्ट्रपिता से करने का कोई भी कारण है? इस हिसाब से तुलना करने वाला और जिसकी तुलना की जा रही है दोनों के मानसिक स्तर में कोई अंतर नहीं समझ में आता है.
Read More:
Read Comments