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पागल

मैं-- मालिन मन-बगिया की
मैं-- मालिन मन-बगिया की
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उसका बुझा सा चेहरा देखकर
लोग सोचते हैं
बस यह रोने ही वाली है
उसकी आधी ही बात को सुनकर
मदद कर देते हैं कि यह सीधी-सादी है
पहनावे को देखकर कहते हैं
लड़का है या लड़की है ?
पर कोई जानता नहीं या
जानना ही नहीं चाहता कि वह ऐसी क्यूँ है
लोग संछिप्त में पूछेंगे
वह नहीं बता पायेगी
लोग मजाक में पूछेंगे
वह हंसकर टाल जायेगी
क्योकि वह लीक से हटकर
नयी राह पर चलती है
और उस जैसों को
यह दुनिया पागल ही समझती है ||

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