Menu
blogid : 23102 postid : 1132830

साईकिल से साकार हुआ सपना

Social
Social
  • 39 Posts
  • 5 Comments

साईकिल से साकार हुआ सपना ।

सरकार की महत्वाकांक्षी निःशुल्क साईकिल वितरण योजना बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के उधेश्य से शुरू की गयी थी । योजना के तहत सभी बालिकाओ को आठवी पास करने के बाद उच्च विधालय जाने के लिए सरकार द्वारा निःशुल्क साईकिल दिया जाता है । यह महत्वपूर्ण योजना कईयों के लिए वरदान साबित हुयी है । बालिकाए जिसके घर से विधालय की दुरी अधिक होने की वजह से पेदल स्कुल जाना सम्भव नही था और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारन खुद साईकिल  खरीद पाने में भी असमर्थ थी ।जिसकी वजह से  बालिकाएं पढाई बिच में ही छोड़ने को मजबूर हो जाती थी लेकिन सरकार द्वारा निःशुल्क साईकिल बलिकाओ को देने से सुदूर गावं में रहने वाली बालिकाएं भी विधालय जाने लगी और शिक्षा हासिल कर रही है  । योजना के तहत साईकिल मिलने से ना केवल बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिला है बल्कि विधालय में बालिकाओ की उपस्थिति भी बढ़ी है  । सुदूर गाँव की बालिकाए साईकिल के माध्यम से विधालय के साथ साथ गेर सरकारी संस्थान से कम्प्यूटर आदि की भी शिक्षा हासिल कर रही है । साईकिल के आभाव में पहले बालिकाए विधालय नही पहुंच पाती थी लेकिन इस योजना से हालत बदलता दिखाई दे रहा है । साईकिल वितरण के साथ साथ विधालय से छात्रवृति ,मध्यान भोजन ,स्कूल ड्रेस इत्यादि सरकार से मिलने के कारन स्कूली शिक्षा में ग्रामीण स्तर पर जागरूकता आई है । पहले की अपेक्षा अब अधिक बच्चे विधालय की और रुख कर रहे हैं । बालिका शिक्षा से बालिकाए शिक्षित और आत्मनिर्भर बन सकेंगी और समाज में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर सकेंगी । देश के लिंगा नुपात और महिला साक्षरता दर को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि बलिकाओ को शिक्षित और आत्मनिर्भर होना कितना आवश्यक है । सरकार द्वारा लागू यह योजना ग्रामीण क्षेत्र में पढाई की इच्छा रखने वाली बालिकाओ के लिए वरदान से कम नही है । सरकार द्वारा कई योजनाये बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उधेश्य से चलायी जा रही है परन्तु निःशुल्क साईकिल वितरण योजना वास्तविक रूप बालिका शिक्षा को बढ़ाने में कारगर साबित हुयी ।कई ऐसी छात्राएं उदाहरन स्वरूप देखी जा सकती हैं जो सुविधा के आभाव में उच्च विधालय या आगे की शिक्षा प्राप्त नही कर पाई थी । आज के दोर में जहाँ छात्रायें छात्रो की भांति हर क्षेत्र में अपनी कामयाबी की कृतिमान रच रही हैं । ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाली छात्राये भी शहर में निवास करने वाली छात्राओं की तरह अब शिक्षा हासिल कर रही हैं और आत्मनिर्भर हो रही है ।पहले विधायल आने जाने की सुविधा के आभाव में सुदूर क्षेत्र की बालिकाएं शिक्षा से वंचित रह जाती थी । अगर सरकार द्वारा यह योजना शुरू नही की जाती तो आज शायद लाखो बालिकाए शिक्षा से वंचित रह जाती । निःशुल्क साईकिल से आज ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाली बालिकाओ का उच्च विधालय में तथा आगे की पढाई पढने का सपना साकार हुआ ।

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh