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देवी गीत लोक गीत

Ghazel Ke Bahane, Desh Ke Tarane
Ghazel Ke Bahane, Desh Ke Tarane
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निबिया की डारिया झूलना , झुलइलीन मायरिया ,
रेशम की डोर लागल ,चानी क पटरिया ||
मंगल गीतिया गावै मारै ली पटरवा,
देखि देखि देवतन क , हरसै हियरवा |
झुन-झुन बाजत बाटई, पौऊंवा क पयरियाँ || रेशम की ………………………….||
निबिया की पतिया हिल्ले खिलेलीन फुलवारियां :
भीनी भीनी महक उठे नगर अव डगरिया |
झूर झूर बहै लागल पुरुवा बयरिया | रेशम की …………………………………..||
झूलत झूलत मईया के लागल पियासिया ,
कहलिन मालिन से पुरावा हमरी असिया
लेई आई मालिन भरि शीतल गगरिया || रेशम की ……………………………..||
देखिके सुरतिया मालिन भइलीन बवंरिया ,
फेरी देतु मईया रची क अपनी लहरिया |
तोहका चढ़उबॉय मईया नरियर चुनरिया || रेशम की …………………………||
भगता पुकारै मईया तोहरी दुवरिया ,
” मधुकर ” क मईया तूँ कई ल फ़िकरिया |
माई के पिरितिया में भाईलों बवरिया हो || रेशम की ………………………….||

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