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पाकिस्तान की हद क्या होगी..?

लिखा रेत पर
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दुनिया भर के अख़बारों को मेरी एक सलाह है कि जब कोई खबर न मिले तो भारत पाकिस्तान की आपसी तनातनी की खबर छाप दो कोई पाठक शक या सवाल खड़ा नहीं करेगा। क्योंकि दोनों देशों का राजनीतिक नेतृत्व और नेता कोई दिन ऐसा जाता होगा जब एक दूसरे को धमकी न देते हो। अभी दो दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने फटाफट नई स्क्रिप्ट तैयार करवाई और केमरा रोल हुआ पीछे दो झंडे लगाये और कश्मीर मसले पर कहा कि वो इसके लिए आख़िरी हद तक चले जाएंगे। साथ ही इमरान ने एक बार फिर संघ को जमकर कोसा।

इमरान की वीडियो देखकर मेरे एक मित्र ने फ़ोन किया कि राजीव भाई ये इमरान को आखिर संघ से क्या दिक्कत है? ये लोग तो अपने यहाँ सुबह-सुबह पार्कों में लेफ्ट राईट करते है और घर चले जाते हैं, किन्तु फिर भी आजकल इमरान के ट्वीट और भाषण में संघ का नाम जरुर रहता है। मैंने कहा- भाई ये पाकिस्तान की पुरानी बीमारी है इमरान को मलबा डालने को भारत में कोई तो चाहिए या ये समझ तूने कभी संघ का अखंड भारत का नक्शा देखा है? पिछले दिनों किसी ने यही नक्सा इमरान खान को दिखा दिया तब से इमरान खान डरा हुआ है।

दूसरा अभी तक पाकिस्तान के स्कूलों में और पाकिस्तान की संसद में भी यही गूंजता है कि कश्मीर बनेगा पाकिस्तान, अब भारत की केंद्र सरकार ने जब से कश्मीर को हिन्दुस्तान बना डाला। तब से पाकिस्तान के कप्तान दबाव में राजनीतिक बयानबाजी की बालिंग कर रहे हैं। क्योंकि कश्मीर तो उनकी सुपर मार्किट थी यही से सारा माल बिकता था। सरकारें बनती है, सैनिक तानाशाही होती रही है, अभी भी जुम्मे की नमाज के बाद पाकिस्तान की सड़कों पर कश्मीर के नाम पर दान पेटी ऐसे रख दी जाती है जैसे हमारे यहांं शनिवार को शनि भगवान के नाम पर रखी जाती है। उनका दबाव भी है। इसके अलावा जैश, लश्कर और हिजबुल जैसे अनेकों संगठनों का गुजारा भी कश्मीर चल रहा है। आईएसआई और पाकिस्तान की सेना को भी आम पाकिस्तानी इस नजर से देखते थे कि एक दिन वो डल झील के किनारे बैठकर गजवा ए हिन्द का सपना देखेंगे पर उन्हें क्या पता था कि इधर अखंड भारत का सिक्का चल रहा है।

पर किसी को क्या कहना अलग-अलग देशों के अलग-अलग रिवाज होते हैं। इमरान खान ने भले ही हमारे स्वतंत्रता दिवस पर काला दिवस मनाया हो। लेकिन हम भारतीय किसी की भी ख़ुशी में मातम नहीं मनाते जब उनका पाकिस्तान दिवस मनाया जा रहा था, तब हमारे प्रधानमंत्री ने इमरान को संदेश भेजकर पाकिस्तान के लोगों को ‘पाकिस्तान दिवस की बधाई दी थी।

खैर अब मुद्दा यह है कि पाकिस्तान अब क्या-क्या कर सकता है तो मैं बता दूंं ये फ़ॉर्मूला इतना फ़िल्मी हो चुका है कि अब दोनों ओर के बच्चों को भी यह स्टोरी रट चुकी है। एक बार फिर हमेशा की तरह समझौता और थार एक्सप्रेस को बंद कर दिया गया है। पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने यहां बॉलीवुड की फ़िल्मों के प्रदर्शन को प्रतिबंधित कर दिया, व्यापारिक रिश्ते समाप्त कर दिए, भारतीय उच्चायुक्त को लौट जाने के लिए कह दिया और पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र का एक कॉरिडोर बंद कर दिया।

इससे ज्यादा इमरान खान और कर भी क्या सकते है। हांं जितना ये इमरान खान ने प्रधानमंत्री बनकर किया इतना तो हमारे यहांं के फेसबुकिया कर देते हैं, याद होगा डोकलाम में चीन को टक्कर इन लोगों ने ही दी थी। चीन के बने सामान का इतना बहिष्कार किया कि दो दिन वो लोग लड़ी-फूलझड़ी बनाना भूल गये और डोकलाम से झोला उठाकर चले गये थे।

अब इमरान खान ने कल परसों जो धमकी दी है कि पाकिस्तान किसी भी हद तक जाने को तैयार है तो हथियारों से तो पाकिस्तान अभी युद्ध करेगा नहीं, क्योंकि इमरान ने अपनी अवाम से नया पाकिस्तान बनाने का वादा किया है। वह युद्ध करके इसे खंडहर नहीं बनाएगा। बाकि इमरान ने अपनी अवाम का वोट लिया है, उनका मन रखने के लिए कुछ न कुछ तो बयान देना ही है। किस्मत कुर्सी दिला सकती है लेकिन पाकिस्तान में प्रधानमंत्री बने रहना आसान नहीं है। बस चिंता इस बात की है पाकिस्तान की हद आतंकवाद को बढ़ावा देने की है तो भगवान न करे वह कोई ऐसी गलती फिर दोहराए।

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