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“धन्यवाद जागरण जंक्शन -नीतियों में पारदर्शिता के लिए”

RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
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आदरणीय महोदय \महोदया …सादर अभिवादन

मेरे सभी स्नेही +आदरणीय और पूज्यनीय ब्लागर साथियो मैं इस मंच से 11  मई 2010 से जुड़ा हुआ हूँ , इस मंच ने और मैंने एक दूसरे को विकास करते हुए देखा है और हम एक दूसरे के सफर के साक्षी रहे है ….. अपने इस सफर के दौरान हमने बहुत से उतार चढ़ाव भी देखे और आपसी सहयोग + तालमेल + समझदारी से अपने रास्ते में आने वाली हरेक दिक्कत का दिदादलेरी से सामना करते हुए हरेक बाधा से पार पाया ….. फिर चाहे वोह इस मंच का आंशिक तौर पर ईसाइयत वाले साहित्यक आंतकवाद द्वारा अपहरण हो या फिर किसी और प्रकार की कोई भी चोरी चकारी वाली दिक्कत ….. अपने साथियों के सहयोग तथा जागरण जंक्शन की मदद तथा रहनुमाई से हमने विपरीत हालात का भी पूरी हिम्मत तथा मनोबल से सामना किया और  आज इस मुकाम पर पहुंचे है …..  क्योंकि हम उन मुश्किल हालात में भी इस मंच को छोड़ कर जाने की बजाय यही पर डटे रहे …..

                          अब आप इसको मेरी खासियत कहे या फिर कमी की जितनी बार भी जागरण के भगवान को अवतार लेना पड़ा है उसमे से आधी से भी ज्यादा बार उसमे मेरा सीधे और असिधे तौर पर हाथ रहा है ….. मेरा यह मानना है की जिस प्रकार यह दुनिया तेजी से बदल रही है उससे भी कहीं ज्यादा अनुपात में लोगों में जागरूकता आती जा रही है ….. कोई भी व्यक्ति + संस्था + समाज + देश बिना लोकतंत्र के विकास की राह पर आगे नही बढ़ सकता है ….. यदि हम अंधाधुन्द सिर्फ आगे ही आगे सरपट भागते रहेंगे तो इस चक्कर में कहीं ब्रेक लगाना भूल कर अपना अहित तो नहीं कर बैठेंगे क्योंकि रास्ते में मोड़ भी आएंगे और उबड़खाबड़ रास्ता भी …..

                        आज के दौर में जो भी जनता के प्रति अपनी  जिम्मेवारी + जवाबदेही को समझते हुए और अपनाते हुए अपनी नीतियों में यथा संभव पारदर्शिता लाते हुए सबको साथ में लेते हुए अपना रास्ता तय करेगा उसको विकास के पथ पर आगे बढ़ने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती है ……

                           मुझको जागरण जंक्शन के स्म्मानिंत सदस्यों के द्वारा जो जवाब मेरे सवालों के जवाब में दिया गया है , उनको पूरी तरह से स्वीकार करते हुए मैं इस मुद्दे को यही खत्म करता हूँ …. क्योंकि अभी भी जो सवाल मेरे मन में अनुतरित है , जब  जागरण मंच के उच्च स्तर के अधिकारी उनको अब जान ही गए है तो उनको बार -२ दोहराना धर्म संकट खड़ा करना ही  कहलायेगा ….. जब जागरण जैसी इतनी बड़ी  संस्था हमारे बारे में लचीला रुख अपना सकती है तो यह हमारा भी फ़र्ज़ बनता है की हम तुच्छ जीव अपनी हठधर्मिता का त्याग कर दे ….. अपने खुद के स्वार्थ को तज कर इस मंच की बेहतरी + विकास  और विस्तार को ध्यान में रखते हुए अपने अल्पकालिक लाभों का त्याग कर दे …. इसी के साथ नए ब्लागरो के प्रोत्साहन की जागरण की नीति का समर्थन करते हुए उनको यथा संभव सहयोग दे तथा इस मंच के सभी नए और पुराने ब्लागर एक दूसरे से एक सुर में कदमताल करते हुए चले …..

                               मैं आशा और कामना करता हूँ की भविष्य में मुझ “कमल हजारे” को  किसी भी प्रकार की आवाज उठाने की नौबत नहीं आने दी जायेगी ….

मैं अपने  साथ देने वाले साथियों का तथा उन साथियों का भी जोकि चाहते हुए भी खुलकर मेरा साथ नही दे सके तथा जागरण जंक्शन मंच का संदेहों के निवारण के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ ……                       

                          धन्यवाद सहित आप सभी का विनीत

                                राजकमल शर्मा (हजारे)

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JJ Blog

prabhakarshas3@yahoo.com

122.180.107.210         Submitted on 2011/05/11 at 2:02pm

 

आदरणीय राजकमल जी, जागरण जंक्शन मंच के एक सम्मानित और नियमित ब्लॉगर होने के कारण आपकी विभिन्न चिंताओं और सवालों के जवाब पूरी छानबीन के बाद जारी किए जा रहे हैं. साथ ही ये मंच आपके माध्यम से दिए जाने वाले जवाबों को सभी पाठकों के लिए भी एक मानदंड की तरह देखे जाने की अपेक्षा करता है.

1. सामान्यतया, किसी भी ब्लॉग को फीचर होने के लिए कुछ विशिष्ट मानकों को पूरा करना होता है. यदि वह ब्लॉग उन पूर्व निर्धारित मानदंडों को पूरा करता है तो उसे फीचर की श्रेणी में तुरंत स्थांतरित कर दिया जाता है.

2. यदि कोई ब्लॉग कुछ विशेष सामाजिक-राजनीतिक या व्यापक जनहित का संदेश प्रसारित करता है तो ऐसे ब्लॉग को वरीयता प्रदान की जाती है और उसे दुबारा फीचर की श्रेणी में रखा जाता है.

3. कई बार मंच नवोदित उत्साही ब्लॉगरों को विशेष प्रोत्साहन की नीति भी अख्तियार करता है इसलिएआरंभ में कड़े मानदंडों से उन्हें कुछ छूट प्रदान की जाती है. यही कारण है कि कभी-कभी लेखन में पाई गयी अशुद्धियों के बावजूद भी यदि ऐसे ब्लॉगरों का ब्लॉग कोई विशेष संदेश देता नजर आता है तो उसे भी फीचर होने का सम्मान प्रदान किया जाता है.

4. आपने समय-समय पर होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया है तो मंच इस बारे में निश्चित की गयी रीति को जाहिर करना चाहता है. आपको विदित हो कि प्रतियोगिता में शामिल हजारों प्रविष्टियां एक दिन में नहीं बल्कि दिन-प्रतिदिन के आधार पर जांची जाती हैं. इस प्रक्रिया के बाद प्रतियोगिता समाप्त होने के तुरंत बाद से प्रत्येक प्रविष्टि को प्राप्त अंकों के आधार उन्हें स्थान दिया जाता है. इस दौरान तमाम ऐसे ब्लॉगों को बाहर किया जाता है जो गलत संदेश प्रसारित करते हैं या लेखक ने दूसरे की रचना चोरी करके अपने नाम से जारी किया हो. यही कारण है कि जागरण जंक्शन मंच निष्पक्ष रूप से निरंतर योग्यतम उम्मीदवार का चुनाव करने में सफल होता रहा है.

5. आपको ये जानकारी होनी चाहिए कि ये पहली बार नहीं है जबकि मंच अपनी नीतियों को सार्वजनिक कर रहा है बल्कि तमाम पाठकों के हितार्थ जागरण जंक्शन अपनी तमाम नीतियों से पाठकों को पहले भी अवगत कराता रहा है.

 

इसके अतिरिक्त एक जरूरी संदेश आपके इस ब्लॉग के द्वारा सभी पाठकों को प्रेषित किया जा रहा है कि जागरण जंक्शन मंच के लिए सभी ब्लॉगर सदा-सर्वदा समान रूप से महत्वपूर्ण हैं और मंच किसी भी पाठक के साथ पक्षपातपूर्ण नीति से परहेज करता है. मंच ये उम्मीद करता है कि उपरोक्त जवाब पढ़ने के पश्चात आपकी तथा अन्य सभी पाठकों की शंका का समाधान हो चुका होगा किंतु यदि आप अब भी जागरण जंक्शन की नीतियों से नाइत्तफाकी रखते हैं तो आप अपना सवाल feedback@jagranjunction.com पर भेज सकते हैं.

 

धन्यवाद

 

जागरण जंक्शन टीम

     

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