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‘शतक’ बनाम “महाशतक”

RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
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दोस्तों पिछले दिनों ही समाचारपत्र में एक खबर पढ़ने को मिली …. जिसमे  बताया गया था की  यू.ए.ई. के एक मियां जी  60 वर्षीय दाद मोहम्मद मुराद अब्दुल रहमान  के अपनी मात्र पन्द्रह बीवियों से सिर्फ और सिर्फ 78 बच्चे है ….. और 2015 तक मियां जी का इरादा कुछेक  और शादिया  करके अपने नोनिहालो का शतक पूरा करने का इरादा है ….

                 उनके इरादे तो यही जाहिर करते है कि मानो  मियां जी आधुनिक जमाने का कोई माडर्न धृतराष्ट्र रूपी वर्शन हो …. पहले तो महाभारत के बारे में भारत के बाहर कोई ज्यादा जानकारी नही रखता  था … लेकिन जब से स्वर्गीय बी.आर.चोपड़ा ने महाभारत का  निर्माण करके उसका पूरे विश्व में प्रचार और प्रसार किया है ….. पूरी  दुनिया के लोगबाग हमारे हिन्दुस्तान की उन्नत और  प्राचीन संस्कृति को जान और मान  गए है …..

                 अब लोगों के सामने ऐसी -२ बाते सामने आई है की लोग दांतों तले ऊँगली दबा लेते है कि उस जमाने में ऐसा भी होता था ….. और अगर उस प्राचीन समय में ऐसी वैसी कोई बात संभव थी तो आज तो फिर भी उससे कहीं ज्यादा आधुनिक जमाना है …….

                                गावों में तो पहले से ही ‘द्रोपदी – मैया’ से प्रेरणा पाकर कम  जमीन वाले खानदानों में सिर्फ सबसे बड़े भाई की ही शादी होती है …. और बाकी  के छिटपुट भाई लोग अपनी भाभी माँ को बारी -२ से अपने बच्चों की माँ बनाते रहते है ….

                              अब मेहनत तो पूरा खानदान करता है लेकिन फल पर मुखिया यानि कि बड़े भैयाजी के नाम का ही डंका बजता है ….. और अड़ोसी – पड़ोसी सभी बच्चों की सूरत और सीरत सभी चाचुओ में ढूंडा करते है …… और उनका आंकलन इतना सही और सटीक  होता है की डी.एन.ऐ. टैस्ट भी उसके सामने पानी मांगता नजर आएगा …..

                                   अगर आप में से किसी कों भी ऐसी किसी समस्या से दो चार होना पड़ रहा है तो आपको किसी किस्म की  कोई भी चिंता करने की  जरूरत नही है …. अपने मियां जी शरीयत के असूलो और नियमों के पूरे पाबंद होने के कारण एक समय में सिर्फ चार बीवियों कों ही अपनी बेगमे होने का सुअवसर प्रदान किया करते है ….

                      इधर बेगम ने किसी मुन्ने या मुन्नी की  अम्मी बनते -२ अपनी उर्वरक क्षमता खोई  नही और उधर मियां जी ने चट से किसी नई नवेली से शादी की और पट से अपनी बच्चे वाली पुरानी बेगम से  तलाक लिया ….. तो आप बाकी के सभी कुंवारे भाईऑ के लिए यह स्वर्णिम अवसर है की आप मियां जी की परित्यक्त बेगमों में  से किसी से भी निकाह कर सकते है ….

                           और बच्चो  के झंझट के होने का तो सवाल ही  पैदा नही होता है …. क्योंकि उनको तो मियां जी अपने रिकार्ड के मद्देनज़र अपनी छत्रछाया में ही रख लेते है …..                                                                                                                                    हम भी क्या धृतराष्ट्र से कम है , लगता है की इसी सोच को मुख्य रखते हुए मियां जी ने अपने बच्चों का शतक पूरा करने की ठान ली  है …..

                        पूरी दुनिया को एक तरफ तो क्रिकेट के भगवान महान बल्लेबाज़ “सर” सचिन तेंदुलकर से उनके एक दिवसीय और टैस्ट मैचो में शतकों कों मिलाकर उनके  शतक “सौवे शतक रूपी महाशतक” का इंतज़ार है ….. लेकिन अब पता चला है की सचिन भाजी के शतकों की हौड़ में यह मियां जी भी है ….

                     अब एक बड़ा ही दिलचस्प मुकाबला चल पड़ा  है इन दोनों ही महान शख्सियतों के बीच में …. अब यह तो वक्त ही बताएगा की पहले मियां जी अपना शतक पूरा करते है या फिर अपने प्यारे सचिन भाजी शतकों का शतक महाशतक लगाते है …. पहले कोई भी रिकार्ड बनाए ,इतिहास पुरुष तो वोह बन ही जाएगा… इसलिए अब हमको एक कि बजाय दो -२ शतकवीरों  कों सन्मानित करने के लिए खुद कों तैयार कर लेंना  चाहिए …

                              कुंवारे छोटे भाईऑ में से एक                                             और सन्मानित करने वाली स्वागत समिति का एक सदस्य भी 

                                      राजकमल शर्मा

 

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