Menu
blogid : 14867 postid : 787166

शब्द

सत्य सहज है
सत्य सहज है
  • 50 Posts
  • 38 Comments

शब्द
का जीवन मूल है , जो ब्रह्माण्ड मे झंकृत होता है ,
बालक जब धरती पर जन्म लेता है उसका रुदन और प्रेम का भाव माँ होता है , शिव डमरू की आवाज व्याकरण का मूल बन जाता है शब्द संविधान है ,
लेखक् न्यायपालिका उस न्यायाधीस के समान है , जज का काम संविधान के अनुरूप विवेचना करना और न्याय करना है ,
लेखक का काम रशब्द जीवन मूल है , जो ब्रह्माण्ड मे झंकृत होता है ,
बालक जब धरती पर जन्म लेता है उसका रुदन और प्रेम का भाव माँ होता है , शिव डमरू की आवाज व्याकरण का मूल बन जाता है शब्द संविधान है ,
लेखक् न्यायपालिका उस न्यायाधीस के समान है , जज का काम संविधान के अनुरूप विवेचना करना और न्याय करना है ,
लेखक का काम रवि की तीक्ष्ण रश्मियों की आभा से बचे हुये संसार को भी प्रकाशवान करना है ,
कवि की नजर उस स्थान को खोज लेती है जो शून्य मे समाहित हो चुका है ,,,
जीवन के मूल आधार शब्द है ,
येषां विद्द्या तपो———————– मृगश्चारन्टि
शब्द शिव है ,
शब्द आनादि हैशब्द जीवन मूल है , जो ब्रह्माण्ड मे झंकृत होता है ,
बालक जब धरती पर जन्म लेता है उसका रुदन और प्रेम का भाव माँ होता है , शिव डमरू की आवाज व्याकरण का मूल बन जाता है शब्द संविधान है ,
लेखक् न्यायपालिका उस न्यायाधीस के समान है , जज का काम संविधान के अनुरूप विवेचना करना और न्याय करना है ,
लेखक का काम रवि की तीक्ष्ण रश्मियों की आभा से बचे हुये संसार को भी प्रकाशवान करना है ,
कवि की नजर उस स्थान को खोज लेती है जो शून्य मे समाहित हो चुका है ,,,
जीवन के मूल आधार शब्द है ,
येषां विद्द्या तपो———————– मृगश्चारन्टि
शब्द शिव है ,
शब्द आनादि है
शब्द अनन्त है ,
शब्द ब्रह्म है ,
शब्द जीव है ,
शब्द अनन्त है ,
शब्द ब्रह्म है ,
शब्द जीव है ,वि की तीक्ष्ण रश्मियों की आभा से बचे हुये संसार को भी प्रकाशवान करना है ,
कवि की नजर उस स्थान को खोज लेती है जो शून्य मे समाहित हो चुका है ,,,
जीवन के मूल आधार शब्द है ,
येषां विद्द्या तपो———————– मृगश्चारन्टि
शब्द शिव है ,
शब्द आनादि है
शब्द अनन्त है ,
शब्द ब्रह्म है ,
शब्द जीव है ,
शब्द चराचर मे व्याप्त है ,
शब्द मंत्र है ,
मन्त्रों के मूल मे मा गायत्री हैं,
शब्द रावण है ,
वही शब्द राम हैं,
शब्द की महिमा अपरम्पार है ,
शब्द श्री है
शब्द की विवेचना करने की सामर्थ्य मुझमे नहीं है

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply