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झमा झम बरसे राति सखी बदरा

MERI NAJAR
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झमा झम बरसे राति सखी बदरा |

उमडि उमडि     छाये मन आँगन |

सागर से    जल भरि    भरि लाये|

मिटी तपनि विरही    तन मनकी |

महका   महका     री मोरा गजरा |

झमाझम बरसे राति सखी बदरा |

ताल   तलैया एक     रस भीगे |

भीगे          मोर      पपिहरा |

नयी   नवेली  आँचर    भिजयेसि |

बहा        नयन     का कजरा |

झमा झम   बरसे राति सखी बदरा|


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