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16वीं लोकसभा के गठन के लिए 7 अप्रैल को हुआ चुनाव शुभ संकेत लेकर आया है। लोकतंत्र के इस महायज्ञ में मतदाताओं ने जिस उत्साह के साथ आहुतियां डाली है, वह स्वस्थ लोकतंत्र की ओर बढ़ने का भी संकेत है। नौ चरणों में आयोजित हो रहे चुनाव के पहले चरण में असम के पांच और त्रिपुरा के एक संसदीय सीट के लिए मतदान सम्पन्न हो गया। असम और त्रिपुरा दोनों स्थानों पर मतदाताओं ने तमाम विसंगतियों के बाद भी खूब वोट डाले। असम में 72.2 और त्रिपुरा में 84 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पांच बजे मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी बहुत से लोग मतदान केंद्रों के बाहर कतार बांधे खड़े थे। असम के इन निर्वाचन क्षेत्रों के कुल 64,41,634 मतदाताओं के लिए 8,588 मतदान केंद्र बनाये गए थे। असम में पिछले बार 69.60 फीसदी मतदान हुआ था। पूवार्ेत्तर क्षेत्र में पहली बार राज्य के सभी मतदान केंद्रों को धूम्रपान मुक्त घोषित किया गया था। मतदान के प्रति लोगों में बढ़ी जागरुकता ने यह साबित कर दिया है कि आने वाले दिनों में जनता की उपेक्षा कर पाना कठिन होगा।
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