भव्यता इंसान को प्रभावित करती है. शायद यही वजह है कि इतिहास के हर दौर में भव्य महल, सरकारी इमारतें, मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारे बनाए गए. भव्य धार्मिक निर्माण व्यक्ति में धर्म के प्रति आस्था को और मजबूत करता है. देश में सिख संप्रदाय के कई सारे भव्य गुरुद्वारे हैं जहां सिख धर्म के गौरव का प्रतीक खंडा स्थापित है. अब आनंदपुर साहिब के पंज प्यारे पार्क में देश का सबसे ऊंचा खंडा स्थापित किया गया है जिसकी ऊंचाई है 81 फीट.
इस खंडा को 39 फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म पर स्थापित किया गया है. मुख्य खंडा की ऊंचाई 42 फीट है जबकि इसकी चौड़ाई भी 18 फीट है. स्टील से बने इस खंडा का वजन 300 किलोग्राम है और जमीन से इसकी ऊंचाई 81 फीट है.
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इस खंडा को बनाने में 22 लाख रुपए की लागत लगी है और इसे पूरे 3 महीने में बनाकर तैयार किया गया. एअरोडाईनामिक डिजाइन के अनुसार इसे इस तरह से तैयार किया गया है कि हवा का दबाव नहीं इसपर नहीं पड़ेगा. बरसात बीत जाने के बाद इसपर विरासत-ए-खालसा की तरह ही इसपर भी संगमरमर का शानदार काम किया जाएगा. यह काम आगरा और धौलपुर के 22 कारीगरों द्वारा अंजाम दिया जाएगा जिसमें तकरीबन 3 महीने का समय और 20 लाख का खर्च आएगा.
खंडा को स्थापित करने के लिए हुए समारोह में तख्त श्री केसगढ़ साहिब के सिंह साहब ज्ञानी मल्ल सिंह, शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा, एसजीपीसी मेंबर अमरजीत सिंह चावला, मैनेजर सुखविंदर सिंह ग्रेवाल उपस्थित थे.
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आनंदपुर साहिब के 350वां स्थापना दिवस के अवसर पर यह खंडा पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा जनता को समर्पित किया गया. इस अवसर पर सिख संप्रदाय के इतिहास में खंडा के महत्ता को रेखांकित करते हुए प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि, इस खंडा की स्थापना गुरू गोबिंद सिंह के उपदेशों को विनम्र श्रद्धांजलि है. गुरू गोबिंद सिंह ने 1699 में बैशाखी के पवित्र अवसर पर आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की स्थापना की थी.
प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि खंडा अत्याचार, अन्याय और शोषण के खिलाफ विश्व बंधुत्व, वीरता और बहादुरी का संदेश देता है. Next...
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