चैत्र नवरात्रि शुरू हैं, नवरात्रि में मां लक्ष्मी हर किसी के घर में विराजमान हो सकती हैं, लेकिन इसके लिए आपको नवरात्रि में विधि-विधान से पूजा करनी होगी. घर में साफ-सफाई और कुछ ऐसे उपाय जिन्हें अपनाने से मां लक्ष्मी का वास हो सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिन चीजों को घर लाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और घर-परिवार पर देवी की विशेष कृपा बनी रहती है. शास्त्र के अनुसार मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर में इन चीजों को लाएंगे तो पैसों की तंगी नहीं होगी.
1. कमल के फूल का चित्र या फिर सोने या चांदी का सिक्का
कमल देवी लक्ष्मी का प्रिय फूल है, नवरात्रि में कमल का फूल या उससे संबंधित चित्र घर में लेकर आने से देवी लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है. नवरात्रि के दौरान घर में सोने या चांदी का सिक्का लाना शुभ माना जाता है. सिक्के पर माता लक्ष्मी या भगवान गणेश की चित्र बना हुआ हो तो और भी शुभ होता है.
2. केले का पौधा
नवरात्रि में केले के पौधे को घर पर लाएं और उसे गमले में रोपकर घर के आंगन में रखें. पूजा करने के बाद रोजाना जल चढ़ाएं और गुरुवार के दिन दूध भी चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से घर में पैसों की कमी नहीं रहती.
3. शंखपुष्पी
अपने घर पर नवरात्रि के मौके पर शंखपुष्पी का जड़ खरीद कर लाएं. शुभ मुहूर्त में इसके जड़ को चांदी की डिब्बी में रखे और इसे अपने तिजोरी में रखें, ऐसा करने से पैसों की तंगी नहीं रहती.
4. धतूरे की जड़
पूजा में धतूरे का महत्व बेहद ही ज्यादा है, यहां तक कि तांत्रिक अपने पूजा में भी इसका प्रयोग करते हैं. नवरात्रि में धतूरे के जड़ को पूजाघर में स्थापित करें और 9 दिन तक महाकाली की पूजा-अर्चना करें.
5. बड़ के पत्ते
बड़ के पेड़ के ताजे पत्ते को तोड़कर लाएं और उस पर स्वास्तिक बनाकर पूजास्थल की जगह पर रखें, नवरात्रि में पूजा करते वक्त देवी मां को चढ़ाएं, ऐसा करने से देवी की कृपा सदैव बनी रहेगी.
6.दूधी की जड़ी
दूधी की जड़ी को लाकर एक तावीज जैसा बना लें और इसेअपेन शरीर के किसी भी अंग में पहने लें, ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि की संंभावना बढ़ जाती है…Next
Read More:
नवरात्रि विशेष : नौकरी, व्यापार या प्यार हर समस्या का हल होगा इन अचूक टोटकों से
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए खौलते दूध से स्नान करते हैं यह पुजारी
अनोखी आस्था, माता के इस मंदिर में चढ़ाएं जाते हैं चप्पल और सैंडिल
Read Comments