कहा जाता है कि खूब पानी पीने से सेहत ठीक रहती है बल्कि डॉक्टरों की माने तो भोजन से ज्यादा पानी पीना चाहिए. पानी पीने से न सिर्फ आपका हाजमा ठीक रहता है बल्कि आपके चेहरे पर भी निखार आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आचार्य चाणक्य ने इस समय पानी पीने को विष के समान बताया है. आइए जानते हैं आचार्य चाणक्य क्या कहते हैं.
भोजन के एकदम पहले नहीं पीना चाहिए पानी
भोजन के एकदम बाद पानी नहीं पीना चाहिए. खाना खाने के बाद जब तक खाना पच ना जाए, तब तक पानी पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है. यदि कोई व्यक्ति भोजन के तुरंत बाद ज्यादा पानी पी लेता है तो उसके पाचन तंत्र को भोजन पचाने में परेशानियां होती हैं.
भोजन के तुंरत बाद नहीं पीना चाहिए पानी
भोजन के तुरंत बाद पानी पीने पर वह विष के समान कार्य करता है यानी पानी फायदा नहीं नुकसान पहुंचाता है, यदि हम चाहे तो भोजन के बीच-बीच में थोड़ा-थोड़ा पानी पी सकते हैं, लेकिन अधिक पानी पीना नुकसानदायक हो सकता है.
अगर चाणक्य के इन 5 प्रश्नों का उत्तर है आपके पास तो सफलता चूमेगी आपके कदम
शारीरिक परिश्रम के बाद न पीए पानी
शारीरिक परिश्रम करने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. ऐसे काम करने के बाद, कम से कम आधे घंटे रुककर पानी पीना चाहिए. थके होने या कड़ी मेहनत के तुरंंत बाद पानी पीने पर शरीर में कई विकार उत्पन्न हो सकते हैं.
नहाकर तुरंंत न पीए पानी
कुछ लोगों को नहाते ही पानी पीने की आदत होती है. ऐसे लोगों को नहाने के तुरंंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. इससे पाचन क्रिया कमजोर हो सकती है. साथ ही नहाने के बाद शरीर का तापक्रम ठंडा रहता है इसलिए पानी पीना हानिकारक हो सकता है…Next
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