शर्म के कारण आपने कई बार अच्छे अवसरों को हाथों से जाने दिया होगा. कहा गया है कि मनुष्य के जीवन में अवसर बार-बार नहीं आते और अवसर को शर्म के कारण यदि गवां दिया तो जीवनभर का पछताने के अलावा कुछ हासिल नहीं होता. आचार्य चाणक्य ने तीन काम ऐसे बताए हैं, जिन्हें करने में हमें शर्म नहीं करना चाहिए. जो लोग इन तीन कामों में शर्म करते हैं, उन्हें भविष्य में नुकसान हो सकता है. अत: जीवन में शर्म से होने वाले नुकसान से बचने के लिए आप भी करें ये तीन काम.
आचार्य चाणक्य ने हमारे जीवन को सुखी बनाए रखने के लिए कई नीतियां बताई है. इन नीतियों में कई रहस्य छिपे हुए हैं, जिनसे हमारे सुख और दुख की भी जानकारी प्राप्त होती है.
धन संबंधी कार्य में न करें शर्म –कभी भी धन से संबंधित कामों में शर्म नहीं करना चाहिए. जो भी व्यक्ति धन से संबंधित कार्यों में शर्म करता है, उसे धन हानि का सामना करना पड़ता है. जैसे आपने किसी व्यक्ति को उधार दिया है और परन्तु पैसा वापस लेने में शर्म आ रही है तो यह निश्चित रूप से आपको धन की हानि होगी. अत: धन संबंधी कार्यों में शर्म करना उचित नहीं है.
Read:चाणक्य नीति: अपने इस शक्ति के दम पर स्त्री, ब्राह्मण और राजा करा लेते हैं अपना सारा काम
भोजन करने में न करें शर्म –आम तौर पर देखा गया है कि लोग अजनबी लोगों के साथ या किसी रिश्तेदार के यहाँ भोजन करने में शर्म महसूस करते हैं. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति भोजन करने में शर्म करता है तो वह भूखा ही रह जाएगा. आदमी को कभी भी अपनी भूख को नहीं मारना चाहिए. भूखे मनुष्य अपने तन और मन पर काबू नहीं रख पाते हैं. अत: खाना खाने में कभी भी शर्म नहीं करना चाहिए.
Read: अगर चाणक्य के इन 5 प्रश्नों का उत्तर है आपके पास तो सफलता चूमेगी आपके कदम
गुरु से ज्ञान लेने में न करें शर्म – गुरु मार्ग दर्शक होते हैं. उनसे कभी भी शिक्षा लेने में शर्म नहीं करनी चाहिए. कहा जाता है कि अच्छा विद्यार्थी वही है जो बिना शर्म किए अपने गुरु से सभी जिज्ञासाओं का उत्तर प्राप्त करता है. शिक्षा प्राप्त करने में जो विद्यार्थी शर्म करता है, उसके पास ज्ञान की कमी रह जाती है. विद्यार्थी को पढ़ाई करते समय शर्म न करते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर गुरु से प्राप्त कर लेना चाहिए.NEXT….
Read more:
Read Comments