हिंदू पंचांग के मुताबिक फाल्गुन माह का अगला सप्ताह लोगों के लिए बेहद शुभकारी होने वाला है। जबकि, कल यानी 23 फरवरी को 3 शुभ तिथियां और मुहूर्त बन रहे हैं, जो जीवन के कष्टों को दूर करने और परिवार में खुशहाली लाने वाले हैं। वहीं, अगले 7 दिन भी बेहद शुभ रहने वाले हैं।
फाल्गुन अमावस्या और स्नान की परंपरा
हिंदू मान्यताओं के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को गंगा स्नान से पितरों को शांति हासिल होती है। इसीलिए इस तिथि को विशेष महत्व दिया गया है। द्रिक पंचांग के मुताबिक इस बार यह तिथि 23 फरवरी को पड़ रही है। इसी के साथ इस दिन दर्श अमावस्या और अन्वाधान का भी शुभ मुहूर्त बन रहा है। सांयकाल से 24 फरवरी तक इष्टि का मुहूर्त बनने का शुभ संकेत है। मान्यताओं के अनुसार इष्टि और अन्वाधान सनातन परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दिन सभी कष्टों से मुक्ति पाने के लिए यज्ञ करने का विधान है।
कृष्ण पूजा और होली की तैयारियां
द्रिक पंचांग के अनुसार 25 फरवरी को तीन शुभ संयोग बन रहे हैं। अमावस्या के बाद 25 फरवरी को चंद्र दर्शन के योग हैं। इस तिथि का बड़ा महत्व माना गया है। इसदिन जीवन में सफलता पाने के लिए व्रत रखा जाता है और चंद्रदर्शन के बाद ही भोजन ग्रहण किया जाता है। इसी दिन फुलौरा दूज का शुभ मुहूर्त भी बन रहा है। इस मुहूर्त में भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है और होली की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। इस दिन काली भक्त महान संत रामकृष्ण की जयंती भी है।
विनायक चतुर्थी
पंचांग के अनुसार 27 फरवरी को फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के योग हैं। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत रखने से पुत्रों के जीवन में आने वाले सभी संकट दूर हो जाती हैं और सफलता का मार्ग प्रशस्त हो जाता है। गणेश की प्रतिमा को लाल कपड़े पर स्थापित करने के बाद अक्षत, रोली और लड्डू का भोग लगाना चाहिए।
भगवान कार्तिकेय का दिन
भगवान गणेश के बाद 29 फरवरी को उनके भाई कार्तिकेय की पूजा के लिए विशेष तिथि है। इस तिथि को फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की स्कंद षष्ठी के नाम से जाना जाता है। इस तिथि को भगवान कार्तिकेय के मुरुगन स्वरूप की दक्षिण भारत में भव्य तरीके से पूजा और आराधना की जाती है। मान्यता है कि इस तिथि को की गई हर कामना कार्तिकेय पूरी कर देते हैं। वहीं, कार्तिकेय की पूजा से भगवान गणेश, भोलेनाथ और पार्वती का भी आशीर्वाद मिलता है।…Next
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