रामनवमी को लेकर भक्तों की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। मंदिरों में कल (रविवार) सुबह से ही भक्तों की कतार लग जाएगी। घरों में भी श्रद्धालुओं ने पूजन की तैयारी की है। ज्यादातर लोग भगवान राम के दर्शन-पूजन के बाद ही दूसरे काम शुरू करेंगे। रविवार का दिन होने की वजह से मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ होने की संभावना है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, जिसे भक्त श्रद्धा-भक्ति के साथ बड़े स्तर पर मनाते हैं। आइये आपको बताते हैं कि रामनवमी पर क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त और श्रीराम को किन चीजों का भोग लगाएं।
इस दिन भगवान राम का हुआ था जन्म
हिंदू कैलेंडर के अनुसार रामनवमी चैत्र मास के नौवें दिन होती है, जो नवरात्रि का आखिरी दिन भी होता है। इस साल रामनवमी का पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा। शास्त्रों को अनुसार इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। भगवान राम को विष्णु जी का अवतार माना जाता है। हिन्दू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने और पुन: धर्म की स्थापना के लिए भगवान विष्णु ने धरती पर मनुष्य के रूप में इसी दिन राम अवतार लिया था।
इन चीजों का लगाएं भोग
रामनवमी को मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन होगा और कई जगह भगवान राम व सीता की झांकिया भी निकाली जाएंगी। लोग पूरे दिन उपवास करके भगवान राम के जन्मदिवस को मनाएंगे और सूर्यास्त के बाद भोजन करेंगे। इस दिन भगवान को प्रसाद के रूप में पंचामृत, श्रीखंड, खीर या हलवे का भोग लगाया जाता है। श्रीराम के पूजन में दूध और घी का काफी महत्व होता है। इसी वजह से रामनवमी के शुभ अवसर पर घी की बनाई गई मिठाइयां खाई जाती हैं। उपवास और भोज दोनों ही इस त्योहार का आवश्यक हिस्सा है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
25 मार्च को रामनवमी का शुभ मुहूर्त सुबह 11:14 बजे से लेकर दोपर 1:40 बजे तक है। मुहूर्त की कुल अवधि लगभग 2 घंटे 25 मिनट की है। रामनवमी के दिन पूजा का श्रेष्ठ समय यानी मध्याह्न मुहूर्त दोपहर 12:27 बजे है। नवमी तिथि की शुरुआत 25 मार्च यानी रविवार को सुबह 08:02 बजे होगी। नवमी का समापन 26 मार्च यानी सोमवार सुबह 05:54 बजे होगा…Next
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