भारतवर्ष में ऐसे कई देवी-देवता के मंदिर हैं जिनके पीछे अद्भुत और रोचक तथ्य है. इन मंदिरों और देवी-देवता के विषय में आदिकाल से कई रहस्य छुपे हुए हैं. कुछ बातें आज के वैज्ञानिक काल में हमें रहस्यमय इसलिए लगती हैं क्योंकि मंदिरों में होने वाले करिश्मे या चमत्कार के पीछे कोई ठोस आधार नहीं मिलता. ऐसा ही एक मंदिर है जिसकी छत को आज तक कोई नहीं बनवा पाया.
शिकारी देवी का मंदिर हिमाचल के मंडी में 2850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह मंदिर आज भी लोगों के लिए बहुत ही रहस्य का विषय बना हुआ है. पुरानी मान्यता है कि मार्कण्डेय ऋषि ने यहां सालों तक तपस्या की थी. उन्हीं की तपस्या से खुश होकर मां दुर्गा अपने शक्ति के रूप में इस स्थान पर स्थापित हुईं. मान्यता है कि इसी स्थान पर बाद में पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान तपस्या भी की थी.
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पांडवों की तपस्या से खुश होकर माँ दुर्गा प्रकट हुईं और पांडवों को कौरवों के खिलाफ युद्ध में जीत का आशीर्वाद दिया. उसी समय पांडवों ने मंदिर का निर्माण किया लेकिन किसी वजह से इस मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो पाया. मां की पत्थर की मूर्ति स्थापित करने के बाद पांडव यहां से चले गए. यहां हर साल बर्फ तो खूब गिरती है मगर मां के स्थान पर कभी भी बर्फ नहीं टिकती है. यह एक अद्भुत चमत्कार जैसा लगता है.
एक अन्य मान्यता यह भी है कि यह पूरा वन क्षेत्र था इसलिए यहाँ शिकारी वन्य जीवों का शिकार करने आते थे. शिकार करने से पहले शिकारी इस मंदिर में सफलता की प्रार्थना करते थे और उनकी यह प्रार्थना सफल भी हो जाती था. इसी के बाद इस मंदिर का नाम शिकारी देवी पड़ गया.
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सैकड़ों कोशिशों के बाद भी इस रहस्यमई मंदिर की छत नहीं बन पायी .
श्रद्धालु को मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ता बेहद ही सुंदर बनाया गया है. रास्ते के दोनों तरफ हरियाली है तथा मंदिर के चारों तरफ हरियाली ही हरियाली दिखती है. Next…
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