नाग-नागिन की कई कहानियाँ आपने सुनी होगी. लेकिन दावा है कि आज की यह सच्ची कहानी आपके सुने सभी कहानियों से भिन्न होगा. हमारे धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि भगवान शंकर को नाग बहुत प्रिय हैं यही कारण है कि भोले बाबा हमेशा अपने गले में नागदेवता को लिपटाए हुए रहते हैं. कलगुल में भी नाग देवता को भोले बाबा के प्रति भक्ति-भाव को देखकर लोगों को आश्चर्य होता है. नाग देवता से मनुष्य का भी बहुत गहरा रिश्ता है. हमारे वेदों-पुराणों में चर्चा है कि महिलाएं नाग देवता को अपना भाई मानती हैं.
उत्तर प्रदेश में आगरा के पास गांव सलेमाबाद में एक पुराना शिव मंदिर है. इस शिव मंदिर में पिछले 15 साल से जो हो रहा है वह जानकर कोई भी आश्चर्य में पड़ सकता है. इस मंदिर में भोलेबाबा के दर्शन करने पिछले 15 साल से एक सांप रोज आता है. सलेमाबाद में जन-जन के जुबान पर नाग देवता की इस भक्ति की ही चर्चा हो रही है.
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नाग देवता की भक्ति देखकर इंसान भी अपनी भक्ति पर यकीनन शक कर रहा होगा. 15 सालों से लगातार भोले की भक्ति में नागदेव रोज मंदिर आते हैं. सलेमाबाद स्थित इस शिव मंदिर में नागदेव रोजाना 5 घंटे तक रुककर दर्शन करते हैं. मंदिर में नागदेव रोज सुबह 10 बजे आते हैं और 3 बजे तक भोलेबाबा की भक्ति में लगे रहते हैं. इस दौरान पूरे समय तक यह नाग देवता शिवलिंग के पास ही बैठे रहते हैं.
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सलेमाबाद के इस पुराने शिव मंदिर में नाग देवता के इस भक्ति के कारण भक्त लोगों का मंदिर में आने-जाने का तांता लगा रहता है. इतना भीड़-भाड़ होने के बाद भी यह नाग आज तक किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है. यहाँ जैसे ही 10 बजे नाग देवता मंदिर में आते हैं वैसे ही मंदिर के पट बंद कर दिए जाते हैं और किसी को भी मंदिर के अन्दर नहीं घुसने दिया जाता. 3 बजते ही नाग देवता अपने-आप मंदिर से चले जाते हैं.Next…
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