कहते हैं कि सफलता और असफलता के बीच एक ऐसा बिंदु होता है, जब आप ना बहुत ज्यादा सफल हो पाते हैं और ना ही असफल. दुनिया में हर इंसान सफल होना चाहता है लेकिन हम में से काफी लोग ऐसे हैं, जो ये नहीं सोचते कि असफल होने का कारण हम में ही होते हैं. चाणक्य ने चाणक्य नीति में ऐसी कई बातें बताई हैं, जिनपर अमल करके व्यक्ति असफलता से दूर रह सकता है.
1. खुलापन
खुलेपन का अर्थ है कि व्यक्ति को हमेशा अपने कान, आंखें और दिमाग खुला रखना चाहिए. जो व्यक्ति हमेशा अपने आसपास हो रही घटनाओं के प्रति सचेत रहता है वो कभी असफल नहीं हो सकता.
2. ज्ञान
आचार्य चाणक्य कहते हैं ज्ञान का अर्थ है विषयों की जानकारी यानि किताबी शिक्षा को ज्ञान नहीं कहा जा सकता. अच्छे-बुरे की पहचान करके जीवन के प्रति सकरात्मक रवैया रखने वाला व्यक्ति जीवन में कभी नाकामयाब नहीं हो सकता.
3. संचित धन
धन के विषय में चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को कभी भी सारा धन व्यय नहीं करना चाहिए, किसी भी इंसान का बुरा वक्त आ सकता है इसलिए बुरे समय के लिए हमेशा कुछ धन हमेशा संचित करके रखना चाहिए. जिससे कि किसी से मांगना नहीं पड़े.
4. आत्मविश्वास
दूसरे लोग तभी आप पर भरोसा करेंगे, जब आप खुद पर भरोसा करेंगे. जो व्यक्ति आत्मविश्वास के साथ जीता है, उसके लिए हर बुरी से बुरी परिस्थिति भी सामान्य रहती है. ऐसे लोग कभी असफल नहीं होते.
5. मेहनती
कभी-कभी जीवन में ऐसा वक्त भी आता है, जब आपकी मेहनत की अपेक्षा आपको बहुत कम फल मिलता है लेकिन चाणक्य कहते हैं कि मेहनत कुछ देर के लिए अनदेखी की जा सकती है, लेकिन मेहनत का कोई दूसरा विक्ल्प नहीं है. …Next
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