हिंदू कैलेंडर के मुताबिक 07 दिसंबर को पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को त्रिपुष्कर योग बन रहा है। ज्योतिश शास्त्र में इस योग को मनुष्य के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन लोने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के तहत इस योग के दौरान कर्ज लेना पीढि़यों तक के लिए मुसीबत बन सकता है। इसके अलावा भी 3 ऐसे काम बताए गए हैं जो भूलकर भी इस योग में नहीं करने हैं।
आमूलचूल परिर्वतनकारी योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सालभर में कुछ ऐसे अतिमहत्वपूर्ण योग बनते हैं जो किसी के भी जीवन में भारी परिवर्तन का कारण बनते हैं। यह परिवर्तन कई बार हमारे लिए लाभकारी साबित होते हैं तो कई बार यह जीवन पर्यंत के लिए कांटा बनकर रह जाते हैं। इसी तरह त्रिपुष्कर योग भी किसी भी व्यक्ति के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन लाने वाला योग है। यह इस साल यह अलग अलग महीनों की अलग अलग तारीखों में 22 बार पड़ने वाला है।
न कर्ज लें न कोई वस्तु बेचें
त्रिपुष्कर योग के दौरान कुछ ऐसे कार्य हैं जो हमारे करने से जीवन सुखमय हो सकता है और दुखमय भी। ज्योतिष में बताया गया है कि इस योग के दौरान किन कार्यों को नहीं करना चाहिए। इस लिस्ट में कर्ज लेने की सख्त मनाही बताई गई है। ज्योतिष के इस दिन कर्ज लेने वालों को इसे चुकाना भारी पड़ जाता है और इसके लिए उन्हें अपनी संपत्तियां तक गंवानी पड़ जाती हैं।
पिता का अपमान और अनैतिक कार्य न करें
त्रिपुष्कर योग के दौरान कोई भी वस्तु बेचनी नहीं चाहिए। इसके अलावा किसी भी तरह के अनैतिक कार्य में इस दिन सम्मिलित होने वाले व्यक्ति को जीवनभर दुख सहना पड़ता है। ज्योतिष के मुताबिक इस योग में किसी भी पुत्र को अपने पिता का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने वाले पुत्र कभी भी चैन की नींद हासिल नहीं कर पाते हैं।
इन तारीखों में पड़ रहा त्रिपुष्कर योग
इस साल त्रिपुष्कर योग मई और जुलाई को छोड़कर अन्य सभी महीने की लगभग दो अलग अलग तारीखों को पड़ रहा है। जनवरी में त्रिपुष्कर योग 7 तारीख से शुरू होकर 8 तारीख तक रहेगा। फरवरी में यह योग 15 और 25 तारीख को रहेगा। मार्च में 01 और 10 को, अप्रैल में 19 और 25 को, जून में 23 और 27 को, अगस्त में 16, 25, 29 और 30 तारीख को, सितंबर में 08 को, अक्टूबर में 18 और 27 को, नवंबर में 01 और 07 को, दिसंबर में 12, 20 और 26 को यह त्रिपुष्कर योग बन रहा है।…Next
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