श्री जगन्नाथ मंदिर हिन्दुओं के श्रेष्ट मंदिरों में से एक है जो भगवान जगन्नाथ यानि श्री कृष्ण को समर्पित है. जगन्नाथ शब्द का अर्थ जग का नाथ या स्वामी. जगन्नाथ मंदिर हिन्दुओं के चार धामों में से एक है. यह भारत का भव्य मंदिर ओडिशा राज्य के तटवर्ती शहर पूरी में स्थित है. इस करिश्माई मंदिर में कई ऐसी बात्वे हैं जो आज के युग में आपको किसी जादू या चमत्कार जैसा ही लगेगा. तो आइए जानते हैं इस करिश्माई मंदिर की कुछ चकित कर देने वाली बातें…
इस अद्भुत मंदिर की सबसे बड़ी बात यह है कि श्री जगन्नाथ मंदिर पर लगा पताका हमेशा बयार की उलटी दिशा में ही लहराती है. इसके पीछे क्या कारण है? आज भी यह बात राज ही बना हुआ है.
क्यों कलश में पानी और ऊपर नारियल रखा जाता है, जानिए कलश स्थापना का पौराणिक महत्व
श्री जगन्नाथ मंदिर की एक और सबसे खास बात यह है कि पूरी के किसी भी स्थान पर आप चले जाएं वहाँ मंदिर के ऊपर लगा सुदर्शन चक्र आपको दिखेगा जरुर. प्रभु श्री कृष्ण का सुदर्शन चक्र की कृपा है या इस मंदिर की विशेषता.
श्री जगन्नाथ मंदिर के ऊपर से कोई भी पक्षी या विमान नहीं उड़ पाता है. इस मंदिर की कई अद्भुत बातों में यह भी है कि सामान्य तौर पर समुद्र की ओर से हवा धरती की ओर आती है पर पूरी में ठीक इसका उल्टा होता है.
श्री जगन्नाथ जी का एक चमत्कार यह भी है कि इस मंदिर का मुख्य गुंबद की छाया दिन के किसी भी समय नहीं दिखता. सचमुच यह किसी चमत्कार से कम नहीं लगता है.
Read: धन पाने की इच्छा में लोग कैसे करते हैं माँ लक्ष्मी को प्रसन्न
श्री जगन्नाथ मंदिर के रसोईघर में चूल्हे पर एक के बाद एक सात बर्तन को रखा जाता है और कुदरत का करिश्मा तो देखिए कि सबसे पहले ऊपर के बर्तनों में रखा भोजन ही बनता है.
श्री जगन्नाथ मंदिर में सालों भर सामान्य मात्रा में ही भोजन बनता है पर कभी कम नहीं पड़ता चाहे भोजन ग्रहण करने वालों की संख्या 20 हजार हो या 1 लाख. यहाँ बना भोजन का एक भी दाना बर्बाद नहीं होता है.
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा, इस मंदिर के मुख्य देव हैं. इनकी मूर्तियां, एक रत्न मण्डित पाषाण चबूतरे पर गर्भ गृह में स्थापित है. इतिहास के अनुसार इन मूर्तियोंं की पूजा-अर्चना मंदिर निर्माण से कहीं पहले से की जाती रही है. सम्भव है कि यह प्राचीन जनजातियों द्वारा भी पूजित जा रही हो. Next…
Read more:
Read Comments