चाहे वह शादी का उत्सव हो या कोई और, बारिश अगर हो जाए तो रंग में भंग पड़ना निश्चित है. जहां एक तरफ किसी उत्सव के दौरान बारिश हो जाने से चारो तरफ अव्यवस्था का माहौल हो जाता है वहीं कई बार ऐसा भी होता है कि बारिश की वजह से किसी उत्सव का मजा दोगुना हो जाता है. शादी में बारिश को लेकर अलग-अलग जगह और संस्कृतियों में अलग-अलग मान्यताएं हैं. हालांकि अधिकतर संस्कृतियों में शादी के दिन बारिश होने को शुभ संकेत माना जाता है. इसकी यह वजह बताई जाती है.
बारिश को कई सभ्यताओं में ईश्वर का आशीर्वाद माना गया है इसलिए लोग अपनी शादी में अगर वर्षा हो जाए तो इसे ईश्वर के समर्थन का सूचक मानते हैं. शादी जिंदगी की एक नई शुरूआत होती है. ऐसे में अगर ईश्वर का आशीर्वाद मिल जाए तो लोग आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं.
Read: शादी के बीच में पहुँची दुल्हन की बेटी और रो पड़े मेहमान
शादी नए सपने और नई उम्मीद की भी सूचक है. इसी तरह से वर्षा के बाद भी हर चीज तरोताजा हो जाती है और हर चीज नई नजर आने लगती है. इसलिए शादी के दिन अगर वर्षा हो तो ऐसा माना जाता है कि प्रकृति भी आपके नए सपने और जिंदगी में आए नए मोड़ के बीच तारतम्य बैठा रही है.
वर्षा उर्वरकता की भी प्रतीक है. अच्छी बारिश यानी अच्छी उपज. कृषि समाज में किसान बारिश को संपन्नता का प्रतीक मानते हैं. उर्वरकता को लोग संतानोपत्ति से भी जोड़ते हैं. इसलिए कुछ संस्कृतियों में माना जाता है कि शादी के दिन होने वाली बारिश परिवार बढ़ने का संकेत है, इसलिए यह एक प्रकार का आशीर्वाद है. Next…
Read more:
Read Comments