Menu
blogid : 27765 postid : 4

सलमान खान और बीइंग ह्यूमन

24x7newswire
24x7newswire
  • 2 Posts
  • 0 Comment

सुपरस्टार सलमान खान के परोपकारी स्वभाव के कारण एक बार फिर बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन  ‘छोटा सी आशा- फॉर फ्यूचर ऑफ आवर चिल्ड्रेन’ का समर्थन करते हुए खड़ा हुआ है, वंचित बच्चों के भविष्य की सुरक्षा के लिए फंड-राइज़र,  रोटरी इंडिया की संयुक्त पहल के रूप में शुरू किया गया है। रोटरी क्लब ऑफ बॉम्बे एंड विजक्राफ्ट इंटरनेशनल एंटरटेनमेंट एंड पार्ट्नर्ड बाय AskNestle.in और फिनोलेक्स पाइप्स।

 

 

 

सलमान के दान और धर्मार्थ कार्यों ने हमेशा अपनी एक अलग पहचान छोड़ी है और उन सभी लोगों की मदद की है जिन्हें मदद की सबसे अधिक आवश्यकता है और हमें यकीन है कि यह पहल हमारे देश के लिए एक उज्जवल भविष्य को चित्रित करने में मदद करेगी।

 

 

 

रोटरी के सेवा को हाइलाइट करते हुए बताये तो यह नवजात बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक फैला हुआ है, बच्चों के समग्र विकास पर विशेष ध्यान देने के साथ, सलमान खान द्वारा फंड-राइज़र इवेंट कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा, जिसे उद्धृत करते हुए कहा गया था, “बीइंग ह्यूमन को इसमें भाग लेने की खुशी है जो हमारे बच्चों के भविष्य के लिए प्रयास करते हैं। वर्तमान में हम जो भी अच्छा करेंगे वह बेहतर भविष्य तय करेगा।

 

 

 

2012 में अपनी स्थापना के बाद से दुनिया भर के 15 देशों में अपनी पहचान बनाने वाले दिल के सिम्बॉल के साथ कपड़ों की श्रृखला, बीइंग ह्यूमन क्लोथिंग बीइंग ह्यूमन के तहत एक ब्रांड है – द सलमान खान फाउंडेशन, एक धर्मार्थ ट्रस्ट है जो भारत में वंचितों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी पहल के लिए समर्पित है। इस फाउंडेशन को भारतीय फिल्म उद्योग के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक सलमान खान द्वारा लॉन्च किया गया था।

 

 

 

सलमान खान इस ब्रांड के लिए ब्रांड एंबेसडर की भूमिका भी निभाते है। फैशन जो प्यार, देखभाल, साझा, आशा, मदद और खुशी फैलाता है –   सलमान खान का निजी प्रोजेक्ट बीइंग ह्यूमन क्लोथिंग न केवल लुक्स के बारे में है बल्कि खुशियां भी फैलाता है। लोगों की पहल के रूप में डिज़ाइन किया गया, छोटा सी आशा- फॉर फ्यूचर ऑफ अवर चिल्ड्रन, फंड-राइज़र इवेंट, तीन घंटे का एक कार्यक्रम है जो रविवार 28 जून को दोपहर 3 बजे कलर्स एंड फेसबुक पर प्रसारित होगा।

 

 

 

 

डिस्क्लेमर: उपरोक्त विचारों के लिए लेखक स्वयं उत्तरदायी हैं। जागरण जंक्शन किसी भी दावे या आंकड़े की पुष्टि नहीं करता है।

Tags:      

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh