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मुस्लिम मारे तो आतंकवाद, हिन्दू मारे तो सामाजिक मतभेद ?

मेरा भारत महान
मेरा भारत महान
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बहुत अफ़सोस की बात है के लोग अपनी तानाशाही चलाने के लिए निर्दोष लोगों की जान धर्म का  बेनर लगा कर ले रहें हैं हालाँकि सब ही जानते हैं के कोई धर्म भी किसी पर अत्याचार करने की अनुमति नहीं देता है।

अफ़सोस की बात तो यह है के जो धर्म शांति स्थापित करने के लिए आया है उसी को आज पूरी दुनिया मं बदनाम , रुसवा किया जा रहा है जी हाँ मैं इस्लाम धर्म की ही बात कर रहा हूँ दरअसल लोगो ने इस्लाम की परिभाषा समझे बगैर ही अपने को मुस्लमान समझने लगे जिस का नतीजा यह हुवा के लोगों ने इस्लाम को अपने तरह से चलाना शरू कर दिए जबकि इस्लामिक शिक्षाओं के अनुसार मनुष्य इस्लाम को नहीं चला सकते हैं दरसल हो यह रहा है के आज इस्लाम और मुस्लमान दो अलग अलग चीज़े हो गए हैं।

एक बात यह भी सच है के लोगों को केवल मुस्लमान आतंकवादी नज़र आते है हालाँकि ऐसे लोग जो लोगो पर अत्याचार करते हैं वो मुस्लमान हो ही नही सकता। लोगो को  मववादी, नक्सली. म्यांमार, चीन , इस्राइल नज़र नही आते हैं मैं  लोगो से अपील करता हूँ की इस्लाम से अपने सोतेला पन का चश्मा उतार कर आतंकवाद को देखना शरू करे।

पिछले दिनों Channel Win के एक कार्यक्रम “एक मौका और आप के सवाल” में जाने का मौका मिला जहाँ इस टीवी Channel Win मैं सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रम एवं ऐसे कार्यक्रम प्रसारित किय जाते है जो मानवता जाति के हितों के लिए लाभकारी हो। हालाँकि आज भारत में कुछ टीवी Channel ऐसे भी है जो समाचार , झूठे  राष्ट्र भक्ति के नाम पर सिर्फ नफरत के अलावा कुछ दिखाते ही नहीं हैं।

Channel WIN | Message of Humanity के कार्यक्रम “एक मौका और आप के सवाल” में सामाजिक,धार्मिक,विज्ञानं आदि  10 सवालों को पूछने का अवसर दिया जाता है जिस में इस्लाम को सही जानने और समझने का अवसर मिलता है इस कार्यक्रम में सभी सवालों का जवाब देने के लिए इस्लाम धर्म के विद्वान मौलाना सवालों के जवाब देते हैं मेरे द्वारा पूछा गया एक प्रशन :

आज कल जो पूरी दुनिया में इस्लाम के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या कर रहें हैं किया ऐसे लोग मुस्लमान कहलाने के हकदार हैं ? इस सवाल का जवाब जानने के निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें

Muslim are not Terrorist islam is a religion of Peace – Molana Husain Mehdi Hussaini

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