- 17 Posts
- 375 Comments
कैसे भागी भागी गयी थी मैं उसे देखने …… मुझे आज भी याद है वो लम्हा जब मैंने उसे अपनी गोद में उठाया था…. कितना छोटा था सा था वो… दोनों हाँथ की हथेलियाँ भी बड़ी पड़ रही थी उसके लिए…. 4 दिन का ही तो था…. लेकिन कैसे देख रहा था मुझे अपनी बड़ी बड़ी आँखों से…. कभी कभी मुस्कराता था मुझे लगता था जैसे की मेरी बातों पे ही हंस रहा है…. लेकिन वो तो अभी किसी और ही दुनिया में गुम था…. कितना शौक लगता था मुझे उसको अपनी गोद में सुलाने का…. उसका हर काम मैं करना चाहती थी जिससे की मैं उसके पास रह सकू…. लेकिन 2 दिन में मन भी कहाँ भरता है, वापस जो आना था सो आ गयी…. लेकिन हर दिन बार बार उसके बारे में पूछना….. उसको छुओ तो उसका गाल लाल हो जाता था उतनी जगह….. 🙂 धीरे धीरे वो बड़ा होने लगा…. अभी 9 महीने का ही हुआ था कि उसको शिकागो जाना पड़ गया…. हाय अब मैं कैसे रहती 3 महीने उसके बिना…. लेकिन उसे जाना था तो वो गया…. चलना वही सीखा वो…. माँ बोलना भी वही सीखा…. जब वापस आया तो एअरपोर्ट गयी उसको लेने के लिए…. कितना शर्मा रहा था पास भी नहीं आ रहा था…. मैं तरस रही थी एक बार वो मुझे बुलाये…लेकिन वो तो जैसे मुझे पहचानता ही नहीं….. सब कुछ बोलने लगा लेकिन मुझे नहीं बुलाना सीखा…. जितनी ज्यादा मैं बेचैन थी उतना ही वो मुझे परेशान कर रहा था और इंतज़ार करवा रहा था…. यहाँ उसका दूसरा बर्थडे पड़ा मैं इस बार उसके पास ही थी…. जब पूरा function ख़तम हो गया तो वो मेरे पास आया और बोला “बुआ आओ” ….. मैं ख़ुशी से झूम उठी…. मैंने कहा फिर से बोलो कहता है बुआ…. दो तीन चार बार मैंने उससे बुआ बुलवाया…. और वो बोलता रहा…. मुस्कराता रहा…. मैंने पूछा २ साल के होने का इंतज़ार कर रहे थे क्या…. कहता है ‘हाँ’…. और हंसने लगा…. 🙂 🙂 और अब ये मेरा प्यारा सा भतीजा दिन भर बुआ बुआ करता रहता है….. 🙂 🙂 🙂
Read Comments