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रिश्तों की जमा पूंजी

Jagran Sakhi
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Love in lifeजीवनसाथी के लिए प्यार का म्यूचुअल फंड

दांपत्य जीवन में अपने रिश्ते को और बेहतर बनाने की शुरुआत आपको साल के पहले दिन से ही करनी चाहिए। इसके लिए आप मैरिज काउंसलर डॉ. अनु गोयल द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल करने का प्रयास करें:


1. सबसे पहले अपने रिश्ते का मूल्यांकन करें और सचेत रूप से यह जानने की कोशिश करें कि आपके व्यवहार में कौन सी ऐसी बातें हैं, जो आपके लाइफ पार्टनर को नापसंद हैं। खुद से वादा करें कि आप कोई भी ऐसा व्यवहार नहीं करेंगे/करेंगी, जिससे आपके साथी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।


2. दांपत्य जीवन में पति-पत्नी दोनों की पसंद-नापसंद और रुचियां हमेशा एक जैसी नहीं होतीं। फिर एक खास उम्र के बाद किसी भी इंसान के लिए अपने व्यक्तित्व को बदल पाना संभव नहीं होता। इसलिए आपका साथी जैसा भी है, उसे उसी रूप में अपनाने की कोशिश करें।


3. जिन मुद्दों पर आपके विचार नहीं मिलते, उन पर अनावश्यक बहस करने से बचें क्योंकि इससे रिश्ते में बेवजह तनाव बढता है।


4. अपने रिश्ते में क्वॉलिटी टाइम और पर्सनल स्पेस के बीच सही संतुलन बनाए रखें। रोजाना फुर्सत के कुछ ऐसे पल जरूर निकालें, जब आप एक-दूसरे के साथ अपनी भावनाएं बांट सकें। इसके अलावा अपने साथी को कुछ समय के लिए अकेला छोड दें ताकि उसे रिलैक्स होकर अपनी रुचि से जुडे कार्य करने का मौका मिले।


5. अब तक लोग ऐसा मानते थे कि करीबी रिश्ते में औपचारिकता की कोई जरूरत नहीं होती, पर आप अपने पार्टनर के साथ थोडा शिष्टाचार निभाकर देखें। खास मौकों पर एक-दूसरे को उपहार देना, दिन में एक बार ऑफिस से फोन करके एक-दूसरे का हाल पूछना, जहां जरूरत हो वहां सॉरी, थैंक्यू जैसे शब्द बोलना आदि ऐसी छोटी-छोटी बातें हैं, जिससे आपके मन में परस्पर प्यार और सम्मान की भावना पैदा होती है।


मैं होममेकर हूं। इस साल मैंने खुद से वादा किया है कि अपने दांपत्य जीवन को पहले से ज्यादा खुशहाल बनाने की कोशिश करूंगी। मेरे पति अपनी सेहत के प्रति बेहद लापरवाह हैं। मैं उनकी यह आदत सुधारने की कोशिश करूंगी। अपने ज्यादा बोलने की आदत पर नियंत्रण रखूंगी क्योंकि इससे मेरे पतिदेव परेशान हो जाते हैं।

मीनाक्षी दत्ता, मोहाली ( पंजाब)


प्रोफेशनल लाइफ में

किस्तें चुकाने में कोताही न बरतें

आपकी प्रोफशनल लाइफ के लिए भी रिश्ते बहुत मायने रखते हैं क्योंकि आपके करियर की सफलता बहुत हद तक इस बात पर भी निर्भर करती है कि अपने सहकर्मियों के साथ आपका व्यवहार कैसा है। इसलिए करियर में सफलता पाने के लिए नियमित रूप से अच्छे व्यवहार की किस्तें अदा करना न भूलें। इसीलिए यहां मैनेजमेंट गुरू प्रमोद बत्रा आपको दे रहे हैं कुछ उपयोगी सुझाव :


1. करियर में सफलता के लिए सिर्फ आपकी कार्यकुशलता ही काफी नहीं है, बल्कि अपने साथ कार्यरत लोगों के साथ आपका व्यवहार भी शालीन और सहयोगपूर्ण होना चाहिए।

2. सहकर्मियों का सहयोग पाने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप पहले स्वयं आगे बढकर उनकी मदद करें।

3. कार्यस्थल पर कई बार प्रोफेशनल मुद्दों को लेकर सहकर्मियों से बहस भी हो जाती है, लेकिन ऐसी बातों को दिल पर न लें और अपना व्यवहार हमेशा संयत रखें।

4. परनिंदा से दूर रहें। इससे कार्यस्थल का माहौल खराब होने के साथ आपके कीमती वक्त की भी बर्बादी होती है।

5. आप अपने फील्ड में कार्यरत कुछ नए लोगों के साथ भी परिचय बढाने की कोशिश करें। कार्यक्षेत्र में आने वाले नवीनतम बदलावों से स्वयं को अपडेट रखें।

नए साल में मैं अपना सारा ध्यान प्रोफेशनल लाइफ पर केंद्रित करूंगी। मैं बीडीएस (बैचलर्स ऑफ डेंटल सर्जरी) कंप्लीट कर चुकी हूं और अब आगे मास्टर्स की तैयारी कर रही हूं। इसके लिए मैं कैलिर्फोनिया जाना चाहूंगी क्योंकि वहां डेंटिस्ट्री की पढाई बहुत अच्छी होती है।

डॉ. अंकिता, मुंबई

खुद से भी करें प्यार


अपडेट रखें अपना अकाउंट

यह बात सुनने में थोडी अटपटी जरूर लग सकती है, लेकिन सच्चाई यह है कि दूसरों से अच्छा व्यवहार करना तभी संभव है, जब आप खुद से भी प्यार करना सीख लें। इसीलिए मनोवैज्ञानिक सलाहकार डॉ. अशुम गुप्ता आपको यहां दे रही हैं, कुछ सुझाव :

1. खुद से प्यार करने का मतलब स्वार्थी होना कतई नहीं है, बल्कि आपको अपने स्व से इतना लगाव होना चाहिए कि आप अपने आंतरिक और बाह्य व्यक्तित्व को निखारने के लिए निरंतर प्रयासरत हों।

2. दिनचर्या और संतुलित खानपान अपनाएं।

3. प्रतिदिन कम से कम एक घंटे का समय अपने लिए जरूर निकालें। इस दौरान आप अपनी रुचि से जुडा कोई भी ऐसा कार्य करें, जिससे आपको सच्ची खुशी मिलती हो।

4. जीवन में आपकी प्राथमिकताएं हमेशा स्पष्ट होनी चाहिए और प्राथमिकता सूची के अनुसार लक्ष्यों को हासिल करने का प्रयास करें।

5. उम्र से हम चाहे कितने ही बडे क्यों न हो जाएं पर हर इंसान के भीतर कहीं न कहीं एक बच्चा जरूर छिपा होता है। अपनेभीतर छिपे इस बच्चे की मासूमियत को जिंदा रखें। हमेशा खुश रहें और कभी भी तनाव को अपने आसपास फटकने न दें।

घर-परिवार की जिम्मेदारियों की वजह से अब तक मैं अपने ऊपर ध्यान नहीं दे पाती थी, पर मैंने इस बार यह संकल्प लिया है कि वर्ष 2012 में अपने लिए समय जरूर निकालूंगी। प्रतिदिन सुबह उठकर मॉर्निग वॉक और योगाभ्यास करूंगी। पढना मेरी हॉबी है। अपनी मनपसंद किताबें पढने के लिए रोजाना कम से कम एक घंटे का समय सिर्फअपने लिए सुरक्षित रखूंगी।

अंजू लालगढिया, श्रीगंगानगर ( राज.)


पारिवारिक और सामाजिक रिश्ते

करें कुछ नए निवेश

हम जिस परिवार और समाज में रहते हैं, उसके साथ भावनात्मक बंधन मजबूत बनाने की कोशिश करनी चाहिए। अपने मौजूदा रिश्तों को बेहतर बनाने के साथ कुछ नए लोगों से भी दोस्ती करनी चाहिए। यहां रिलेशनशिप स्पेशलिस्ट डॉ. विचित्रा डर्गन आनंद आपको दे रही हैं कुछ ऐसे टिप्स जिन्हें अपना कर आप अपने रिश्तों के बैंक बैलेंस में और इजाफा कर सकती हैं :

1. जरा ध्यान से सोचिए क्या अपने टीनएजर बच्चों के साथ आपके संबंध सहज हैं? क्या वे खुलकर आपको अपनी सारी बातें बताते हैं? अगर आपका जवाब नहीं है तो आज से ही अपने बच्चों के साथ संबंध सुधारने की पहल शुरू कर दें। उनके साथ प्यार से पेश आएं और उनकी छोटी-छोटी बातों में दिलचस्पी लें। इससे वे भावनात्मक रूप से आपके करीब आ जाएंगे।

2. अगर आप संयुक्त परिवार में रहती हैं तो पति और बच्चों के अलावा परिवार अन्य सदस्यों, विशेष रूप से बुजुर्गो का पूरा खयाल रखें और उनकी भावनाओं का सम्मान करें।

3. अगर आपकी न्यूक्लियर फेमिली है तो दूर रहने वाले रिश्तेदारों से निरंतर संपर्क बनाए रखें। जहां तक संभव हो छुट्टियों में सपरिवार उनसे मिलने जाएं और कभी-कभी उन्हें भी अपने यहां बुलाएं।

4. सोशल नेटवर्किग की साइट्स पर तो आपने बहुत सारे नए दोस्त बनाए होंगे, पर नए साल में यह संकल्प लें कि आप अपने घर के आसपास रहने वाले लोगों की तरफभी दोस्ती हाथ बढाएंगे/बढाएंगी।

5. जब भी जरूरत हो पडोसियों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहें।

6. अगर किसी दोस्त या रिश्तेदार से अनबन हो तो रिश्ते की इस कटुता को और न बढाएं, बल्कि नए साल के पहले दिन उन्हें हैप्पी न्यू ईयर कह कर अपने सारे मतभेद भुला दें।

इस साल मैं सभी रिश्तेदारों, खास तौर पर अपनी सास के साथ बेहतर संबंध बनाने की कोशिश करूंगी। विपरीत परिस्थितियों में भी अपने गुस्से पर नियंत्रण रखते हुए सभी के साथ संयत व्यवहार करूंगी। इसके अलावा वर्ष 2012 में मैंने अपने आसपास की मलिन बस्ती के बच्चों को शिक्षित बनाने का संकल्प लिया है।

मनिकना मुखर्जी, झांसी

सखी प्रतिनिधि

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