संबोधन
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संदीप कुमार मिश्र:ऐसे तो प्रत्येक दिन पाक और पवित्र है।हर दिन ईश्वर की साधना और भक्ति के लिए बना है लेकिन सावन के सोमवार का विशेष महत्व है,सावन के सोमवार व्रत की महिमा अनंत है,अपरंपार है।हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जब माता सती ने अपने पिता दक्ष के घर पर शरीर त्यागने से पहले भगवान भोलेनाथ को हर जन्म में पति के रूप में पाने का प्रण भी किया था। अपने दूसरे जन्म में माता पार्वती ने सावन(श्रावण) माह में ही निराहार रह कर कठोर तप साधना की थी और भगवान शिव को पति स्वरुप पाया था ।तभी सावन का महात्म्य अति विशेष हो गया और संपूर्ण सृष्टी शिवमय हो गई। read more..
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