संबोधन
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संदीप कुमार मिश्र: क्या आज के समय में ऐसा संभव है कि कोई आत्म हर पल आपके साथ रहती हो…और समय समय पर आपके जीवन में आने वाले खतरे से आपको आगाह करती हो। आप कहेंगे शायद नहीं…क्योंकि विज्ञान इसे नहीं मानता।वहीं सियाचिन में लांस नायक हनुमंथप्पा के जीवित बच जाने को आप क्या कहेंगे..? क्या हनुमान जी ने इस जवान को बचाया..?दरअसल ये बात हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हमारे देश के एक शहीद की कहानी यही बयां करती है,सीमा पर हमारे देश के सजग प्रहरी उस शहीद जवान को भगवान की तरह पूजते हैं। क्योंकि ये वीर शहीद जवान हमारे सैनिकों को सीमा पर होने वाले किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार करता है।READ MORE…
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