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मूरख पंचायत ,…..आम खजाना -२

हमार देश
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गतांक से आगे ……

“..राजदलों में गहरी मिलावट है !……..राजतन्त्र में मोदी जैसे चंद लोग ही सच्चे बचे हैं ,…ऊ भी अक्सर किनारे मार खाते हैं !..कांग्रेसी कुत्ते चारों पैर मुंह पंजे नाखून से गिराने में जुटे हैं ,……भाजपा ने मोदी को मजबूरी में आगे किया ,…नहीं तो जनता असली सियार कुत्तों बंदरों के नाम मनमोहन राहुल रखकर संसद भेजती !.काम उनसे अच्छा करते ,……”

“…माने भाजपा अगली मजबूरी पर मोदी को पीछे धकेल सकती है !.”

दूसरी महिला ने संशय रखा तो एक युवा बेसब्र हुआ ……..“….. काला धन सबका है भौजी ,……अथाह लूट्नामों के कर्णधार गांधियों ने सबको कालिख का साथी बनाया ,….काली असलियत खुलेगी .. सबकी लुटिया डूबेगी !…कोई दल कालिख से जुदा नहीं !……गांधियों की खौफनाक सरपरस्ती में पूरा सच कहने की औकात किसी में नही ,…….सच के पास सबूते नहीं होंगे !…”

“.सबूत कौन ढूंढेगा !….मंत्रालय से कागज़ फ़ाइल उड़ा देते हैं ,….फूंक देते हैं ,..मालदार लूटतंत्र में गवाह वकील जज खरीदे जाते हैं ,….दबाये जाते हैं ,…मारे जाते हैं !..”…………………पीछे से फिर तंज आया तो वहीँ से उत्तर उठा

“…का सबूत चाहिए !….सबूती माचिस से गुलाम अन्यायतंत्र मानवता को आग लगाता है !……… आलू टमाटर चाटना रसगुल्ला जैसा कीमती हो गया !…प्याज कश्मीरी सेब से मंहगा हो गया ….काहे न होगा देश की सत्ता राष्ट्रद्रोही लुटेरों के हाथ है !..”

“… हरामखोर चाटू नेता पांच रुपया में भरपेट बातूनी भोजन कराते हैं ,……तीस रुपया में गरीबी गायब करते हैं !…..बेशर्मी बेदर्दी से हजारों लाखों करोड़ लूटते हैं !….”…………एक और संवेदना उभरी तो युवा की सांत्वना मिली

“…हमें नोचकर मालदार हुए नेताओं का आखिरी काफिला धूमधाम से निकलेगा !….”

पीड़ित मूरख उत्साह से बोला …….“..लुटेरे धुरियाधाम जायेंगे तो धूम मचेगी !….सदियों से लुटने वाले देश में उत्सव होगा !……”

जरा शान्ति के बाद एक और मूरख बोला ……….“..गिरी राजनीति में सच बचा कितना !….सब झूठ का बोलबाला है ,…….नब्बे से सौ फीसदी कांग्रेसियत सबमें घुसी है ….कान्ग्रेसियत माने भारतद्रोही लुटेरापन है ! …..कांग्रेस माने विदेशी लुटेरों का बिटामिन पिलान बी १ बी २ बी थ्री फोर सब है ,..कांग्रेस माने भ्रष्टाचार लूट मंहगाई बीमारी बेकारी नशा अपराध अन्याय अत्याचार है !…कांग्रेस माने भारत का सफेदपोश दुश्मन है ,…शैतानी सफेदपोशी में तमाम सच्चे लोग भी फंसे !……इसका सनातन मुखिया नेहरू खानदान है ,..गाँधी नजरबंदी का नमूना बना ,….आगे पिछवाड़े से ऊकी चरणधूलि लेकर मोटी मलाई चाटने वाले खानदानी सामंत हैं !….धाँसू नाम दलदली के !….सब मौज से भारत खाते हैं !.. गुलाम राजतंत्र को मिटाकर भारत का उत्थान होगा !…..”

“ …पूरा देशद्रोही गिरोह मिटेगा चचा !….शैतान मुखिया लोग सबमें शैतानी भरे हैं !…धुर सफेदपोश .. घोर शैतान …..शैतानियत का काम मिटना है !…”……..युवा ने चचा को सहलाया तो बगलगीर बोला

“…गांधियों का सनातन मालिक विदेशी लालची गिरोह है ,…बिरतानी राजपरिवार गिरोह का खास अध्यक्ष है !…..चर्च उसका मालिक निगहबान है !….चर्च के पीछे महागिरे घोर लालची शैतान हैं !….सबके साथ अमरीकी ताकत है !……”

“….सब मानवद्रोही ताकतें मिट्टी में मिल जाएँगी !….दुनिया बनाने वाला सबकुछ देखता है ..”…………एक युवती बोली तो करीब बैठी महिला बोली .

“…. राक्षसों का सच्चा मुंह कितना घिनौना भयानक है ,…छल कपट मक्कारी सफेदपोशी से हमारे अनेक सपूत निगलने वाले राक्षस हमारे कर्णधार बन बैठे !……….झूठी मुगलिनग्रेजी के मक्कार पैरोकार किसी पंथ देश इंसान भगवान के वफादार नहीं हैं ,..भारतीय सभ्यता संस्कृति मिटाकर अनमोल सोने की चिड़िया हड़पना उनका मकसद है ,…..दुनिया पर निरंकुश राज शैतानों का सपना है ,..ऊ खातिर सब लूट बाँट काट खैरात चलती है !..”

एक बुजुर्ग आगे बढ़े ………“..भगवान की बनायी कुल संपदा पर अधिकार का लालच इंसान को शैतान बनाए हैं ,…….महामूरख जानवर सुधर सकते हैं … राजदलों के खानदानी धंधेबाज दलाल नही !……लालच का पाप खोपड़ी पर नाचता है ,…. इनको सुधरने का सुख नहीं मिल सकता !….”

……….“..स्वामीजी जैसे निर्भीक महापुरुष सच दुनिया तक पहुंचाये हैं !……हमेशा की तरह सच की अपार ताकत जीतेगी !…लुटेरों का जबरदस्त मटियामेट होगा !….लेकिन लालच आता कहाँ से है !….”…..युवा ने सवाल किया तो बुद्धिजीवी जैसा मूरख बोला

“..लालच खजाना भांपकर आता है !….सोने की चिड़िया देखकर लालची विदेशी आये …लूटमार मचाये ,…लूटतंत्री फंदा बनाए ,…..जीभर खाए ,……पूरी मानवता खाने का इरादा है !..”

उसका साथी बोला ……..“..फिरसे वही बात न करो यार !……खून खौलता है ,………. सब खजाना देश की संपत्ति है ,..देशद्रोहियों के हाथ बागडोर रहेगी तो और देशद्रोह बढ़ेगा !………..हमारे धन से ही हमको बर्बाद किया जाता है ,..लूटे धन से देश में आतंक अपराध नक्सलवाद अलगाववाद बढ़ाया गया ,…..हमारे काले धन से हमको बीमार घायल गुलाम बनाया गया ,……”

एक और मूरख बोला …….“.. हमारे मंदिरों पर भी शैतानों की काली नजर है !……गजनी बाबर से उलट सफेदपोशी से लूटते हैं ….बदनाम करते हैं !….तमाम मंदिर सरकारी गिरफ्त में हैं ,….हमारा चढ़ावे से सब नीच कर्म होता है !…… मानव जीव सेवा की जगह वोटबैंकी इस्लामसेवा होती है !…..ईसाई धर्मांतरण होता है !…….”

“…धरम से देश काटने वाले यहै करेंगे !……कांग्रेस ने तेजपाल जैसे तेज पालतू भी पाले हैं ………बहुत दिन से बाबा मोदी के पीछे पड़ा था !…..खुफियागीरी से देश चूसने वाले लोगों का असलियत अब खुली है !….कांग्रेसी दम पर बलात्कारी देश को ब्लैकमेल करता रहा !…..समूचा राजतंत्र कांग्रेसी गड्ढे में गिरता गया !.”………..एक युवा बोला तो बाबा ने पूछा

“..अच्छा आम आदमी वालों का स्टिंग काहे हुआ !….ऊ का मामला है..”

पंच से उत्तर मिला …………“…सब स्टिंग वाले हर कीमत पर फंसाते हैं बस !……..कोई सोनिया संस दमाद कंपनी का स्टिंग काहे नहीं किया !…..लोकतंत्र संसद में सरेआम बिक गया …गवाह को चोर बताया फिर छोड़ दिया !…ऊ अपनी खुशी मनाएं !…लूटतंत्र के आकाओं की खुशी बेहिसाब है !…”

“…काहे से कि सब तेज पालतू उसके गुलाम हैं !…….लेकिन केजरीवाल में भरपूर कांग्रेसी गुन लागें !….अन्नाजी से भी गडबड किया ,………हमको शंका है …कांग्रेसी सफाया सूंघकर विदेशी लोग आगे बढाए होंगे !…….एनजीओ नौकरशाही का पुराना चस्का है ,…सफ़ेद गुंडई करने वाले चर्च का पुराना भक्त है !. वोटबैंक खातिर बैगनी कठमुल्लाओं के दरबार में हाजिरी लगाता है…..ई भी देश को भटकायेगा !..”…………एक युवा की बात पर साथी बोला

“.शंका बेबुनियाद नहीं है भाई …..विदेशी लुटेरे बड़े तेज चालाक हैं ,…..गाँधी मंडली बेकार लगी होगी तो नए नेहरू गाँधी छाप गुप्त दलाल बनाने का पिलान होगा ,……….. बड़े एनजीओ विदेशी दुकाने चलाते हैं !…मानवतावादी चोले में मानवता लूटने के नित नए खेल हैं !…”

पीछे से एक मूरख बोला …………“… कांग्रेसी तर्ज पर आम आदमी के नामपर देश को फिर मूरख बनाने का पिलान लगता है !……सोनिया माई भी भ्रष्टाचार से लड़ती हैं ,…..करोड़पतियों की आम मंडली करोड़ों अरबों में बिक सकती है !……कानूनी डबल सफ़ेदपोशी में देश और ज्यादा लुटेगा ! …..”

आगे बैठा युवा खड़ा होकर बोला …………“.. अब न लुटेंगे भैय्या !…हम सब बागडोर खींच लेंगे ……न सुधरने वाले देशद्रोहियों की खाल खींच लेंगे ,……..हमारा अकूत काला धन हमको वापस मिलेगा ,..चोर लुटेरों के शिकंजे में दबा तमाम धन निकलेगा !…चौतरफा फैलाई बीमारियां मिटेंगी ,…..हमारे घातक जख्मों पर रामौषधि लागेगी !…….राम के राष्ट्र में यकीनन रामराज्य कायम होगा !…..एकजुट भारत विश्वगुरु महाशक्ति होगा !..”……

“..तो सवाल उठाओ ……हमारा भारत कैसे सर्वसम्पन्न सर्वसुखी विश्वगुरु बने !…स्वामीजी का कहते हैं !……”…………..एक मूरख की मासूमियत बिखरी तो दूसरा खीजा

“..पन्द्रह बारी पहले उठा चुके हो ,..बता चुके हो !……धरम से बनेगा ….धरम से बनेगा !!…”

सूत्रधार ने कमान संभाली …….. “……. भाइयों अपना महान देश लुटेरी मारक साजिशों में फंसा है !…..सबको मिटाके रामराज्य लाना हर हिन्दुस्तानी का धरम है !….मानवता का उत्थान मानव धरम से ही होगा !… मिलकर सद्कर्म करना मानवता की पहली धरम सीढ़ी है ,…राष्ट्रधरम दूसरी सीढ़ी है ,……… राष्ट्र मानवता का आधार शिक्षा है ,…..शिक्षा सब उन्नति का राह है ,…...हमको पहले शिक्षा पर बतियाना चाहिए !. ..शिक्षा से बड़ा खजाना कुछ नही है !..”……………..क्रमशः

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