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मूरख पंचायत ,….इदम् न मम !

हमार देश
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गतांक से आगे …..

एक माता बोली …………..“…ताबीज का जरूरत केजरीवाल को लागे !……पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ जान लड़ाने वाले योद्धा बने ,…..अब भ्रष्टाचार छोड़कर मोदी विरोध में जी जान से जुटे हैं !….अनगिनत घपले घोटाले गांधियों की अगुवाई में हुए .. लड़ाई मोदी से !..”

एक युवा का व्यंग्य आया ……………“..ऊ तुरंत ऊंची कुर्सी के तिकड़म में हैं चाची ,….कांग्रेस मिटने वाली है ,…मोदी की खिलाफत से रुतबा बढेगा ..अबकी खाता खुला तो भी मजे !.”

एक बाबा बोले …………“..रायबरेली में भाजपा कमजोर आदमी काहे खड़ा किया !….साजिशों घोटालों की रानी को पटके खातिर कौनो तेजस्वी राष्ट्रभक्त युवा युवती को टिकट देते !…..देशभक्त दलित मुसलमान को देते !…..हर देशभक्त में विदेशी साजिश ढेर करने की कूवत है !……….धर्मनिरपेक्ष बुखारी बंटाधारी कट्टरवादी जातिवादी सब एकसाथ ढेर होते !…”

दुसरे बाबा ने पहले को डपटा …………“……अव्वल कोई दलित नहीं है !… भाजपा किसको खड़ा किया ऊ भाजपा जाने !… मोदी का बेदाग़ आभामंडल हर साजिश तोड़ेगा !…का पता गुप्त जालिम मैडम को संसद से सीधा जेल भेजने का व्यवस्था हो !…..उनके शपथपत्रों में निरा झूठ है !….एक नम्बरी विदेशी दौलत हजारों करोड़ में है ,…दो से दस नंबर तक सैकड़ों लाख करोड़ होगी !.”

“……..फालतू कारज फिर न ठानो बाबा …केजरीवाल की बात करो ….कोई फिर पीटा बेचारे को !..”………..एक युवा अधीरता से बोला तो पंच बोले .

“..किसी को पीटना गलत है …ई अपराध है …लेकिन ..केजरीवाल बेचारा नहीं ….बेचैन चारादार लागे !…”

“..ऊ कैसे !…”……. उत्सुकता उठी तो उत्तर मिला

“…….एक बात हो तो बताएं !…..शुरू से कदम कदम पर मौकापरस्ती लंगड़ी झूठ नाटक दोगलापन उनका काम है !……टीवी अखबार में बने रहने का पूरा इंतजाम रहता है !….नेहरू की तरह गुलाम सत्ता हथियाने खातिर बेचैन है …बस !…”

“..घोर दोगला चरित्र हमारौ है भाई !….”…………..एक निशाना लगा तो पंच फिर बोले

“..लेकिन हमको कुर्सी नहीं गांठनी है !!..”

“..कुछौ करना हो ,…या कुछ न करना हो !…हमारे अन्दर तनिकौ दोगलापन नहीं होना चाहिए !…”………..दुसरे पंच ने गला साफ़ किया तो मरियल बाबा बोले

“..भैय्या हमारा दोगलापन भगवान् के हवाले है ……वही सब निपटाएंगे !….”

“..केजरीवालौ भगवान् को याद किये हैं !…”………..अधीर युवा फिर बोला तो सवाल उठा

“..काहे !..”

उत्तर मिला ………….“..बोले हैं … हमले साजिश है ,….फिरौ सुरक्षा न लूँगा ….भगवान् के रहने तक नहीं मरूंगा !..”

नीचे से बुद्धिजीवी टाइप वाला बोला …………..“..अगर हमला साजिश है तो सूत्रधार ऊ खुद होंगे ..  कांग्रेस होगी !……आखिर उनको ही भावनालाभ मिलेगा ,…उनका लाभ कांग्रेसी लाभ एकै जानो …दोनों कठपुतली हैं !….आदम गांधी से मैडम गांधी तक सब हमारी भावनाओं को भरपूर चूसे !..नवकान्ग्रेसी फिर वहै खेल आजमाएंगे !…”

उसका चिर साथी भी बोला …………“..दोनों के कंट्रोल सूत्र बाहरी हैं ,……ई लोग चीनी एजेंटो हो सकते हैं ,..पाकिस्तानी धुन में गाते हैं …..ऊ अमरीका पच्छिम के पुराने पालतू हैं !..”

बुद्धिजीवी तनिक तमका ……………….“..कठपुतले चालू बिकाऊ होते हैं ,….जो कुर्सी पर बिठाए ऊ बाप आका !…..अपनी गद्दी उनका लाभ लेन देन में भारत साफ !…..केजरीवाल भैय्या साजिशबाज मिशनरियो का माल हो सकते हैं !….भारतद्रोही शैतानमंडली भावनात्मक वोट खातिर पालतू पिल्लों को जान से मरवा देती है ……इनको अभी पुराने समर्थक लोग ही पीटे हैं !….फिर साजिश काहे कहते हैं !…”

………….“…जूता चप्पल चलाने वालों को खुदे टिकट दिए हैं ! ..कश्मीर को भारत से जुदा माने वाले लोग इनके थिंकटैंक हैं !…विदेशी साजिश काली सहायता से चलने वाले एनजीओ में इनकी जहर जड़ें हैं !……”………..एक युवा जोर से बोला तो अधीर युवा को राहत पंहुची .. बोला

“..भैय्या जिसकी भी साजिश हो !….केजरीवाल को सही सुरक्षा लेना चाहिए ,……पुरानी कठपुतलियाँ नयों की राह जल्दी काहे छोड़ेंगी !….मारपीट जूतम पैजार से मुद्दे गुमते हैं !…”

पीछे से एक मूरख उचका ………….“..ऊ न न करते करते सब किया लिया है ,…..बोलने में बेसुरक्षा …सही में दूनी चौगुनी !……सरकारी घर खाली न किया ,….आजौ सरकारी फ्रिज कूलर एसी सुन्दर घर ठंडा किये है ,……ऊ चंदे का गुलाम नहीं है ,..लेकिन ..खाने तक पर चंदा नीलाम होता है !…..उनका स्वराज्य का सपना है ,.लेकिन ..गुप्त विदेशी काम अपना है !…..वीआइपी की खिलाफत किये खुद वीवीआइपी बने !……अपनी कौनो बात का ध्यान नहीं ……सद्भावना लूटे खातिर गांधी की मजार पर ध्यान लगाया !…”

………..“..चलो कहीं तो ध्यान लगा !…हमारी तरह भागा भटका तो नहीं …..एकांत में भगवान् की जगह सार्वजनिक गांधी सही !……जेबों में व्याप्त गांधी बाबा अन्तर्यामी भगवान् से ज्यादा लाभदायक होंगे ,……ध्यान का ध्यान मुफ्त में अनशन जैसा परचार !..”……..एक माता ने कटाक्ष किया तो दूसरी बोली

“……. हम कौन सा ध्यान देते हैं ,.. अबतक रामराज्य आना चाहिए था …..सबसे बड़े अपराधी तो हम हैं !..”

एक पंच से रहा न गया ………………“…….हमको अपना हर अपराध सजा कबूल है बहू ,…….हमारे ध्यानकर्ता खुद राम हैं !……भारत भूमि पर रामराज्य आकर रहेगा ,…..उनके ही समय नियम से आएगा ,..  धरती जैसे धीरज सूरज जैसी ऊर्जा की जरूरत है !…………ई सब करना उनका काम है !…ऊ हर हाल में करेंगे ….कोकाकोला बर्गर टाइप ओह यस अभी वाले मौकापरस्त फूली साजिश जैसा फूटते हैं !….फिर सबकुछ साजिश बताते हैं !.”

“..जनता को कोरे मालपुवे दिखाकर बड़ी कुर्सी खातिर दिल्ली छोड़ भागना किसकी साजिश थी !..”…….एक और तीर चला तो मरियल बाबा फिर बोले

“..केजरीवाल पर हमला साजिश नहीं गुस्सा भड़ास लागे ,……बताने में तीसमार काम दिखाए चिड़ीमार का ,…..”

अधीर हुआ युवा फिर बोला …………..“..हमारा गुस्सा कांग्रेसी राजतंत्र पर फूटना चाहिए !…….सालाना चौगुनी रफ़्तार से बढ़ते नेताओं पर होना चाहिए !…..संघर्ष करे वाले पर गुस्सा काहे !….”

एक मूरख ने समझाया ………….“..स्वार्थ अहंकार में घिरा संघर्ष नकली होता है ……फिर नतीजा भी वैसा आता है !……इनका संघर्ष कांग्रेस छाप है ,….पहिले कांग्रेस अंग्रेजों की सेफ्टीवाल थी अब केजरीवाल बन गए !…….भारतवासी एक नेहरू गांधी पर भरोसा करके बहुत दर्द उठाये !……फिरसे नक़ल साजिश करने वालों से होशियार रहना होगा !…..ई हुशियारी हमारे अन्दर घुसी है ,…….दल केजरीवाल ने दिल्ली में आटोवालों से खूब चंदा लिया ,….उनको राहत देने का वादा किया होगा !….पाहिले वादे तोड़कर अगले फिर करने पर गुस्सा फूटा होगा !……केजरी को एक दो हाथ पड़े ….ऊ बेचारा सैकड़ों लात खाया !….ऊ हवालात में ध्यान लगाया होगा !..”

एक और पंच बोले …………..“…हमको इंसान केजरीवाल से पूरी सहानुभूति है ,…..लेकिन नेता से बिलकुल नहीं ! ,…..सदियों से लुटती पिटती मूरख बनती जनता का गुस्सा गलत नहीं है .. लेकिन तरीका बहुत गलत है !….ईसे फिर साबित होता है कि हम मूरख हैं ,…….पहिले हवाहवाई चीखपुकार झूठे नारों पर आंखमूंदकर भरोसा किये … टूटा तो पगलाय गए !….. किसी को शरीरी चोट देना बड़ी कमजोरी है !……..ई लोकतंत्र करोड़ों अपनों के बलिदानों से मिला है !….हमको इसका पूरा लाभ लेना चाहिए !…..अबकी चुनाव में हर सीट हर बूथ पर धुंवाधार बहुमत से मोदी को चुनना चाहिए !….स्वामीजी ने पक्के सोचविचार के बाद दूरदर्शिता से मोदी का समर्थन किया है !…स्वामीजी कहते हैं लोकतंत्र में राजा वोट से बनता है !…अबकी हम देशसेवक मोदी को राजा बनायेंगे !..”

“.. केजरीवालौ को देशहित में मोदी का समर्थन करना चाहिए !……..स्वामीजी के मुद्दों में केजरीवाल के सब बाहरी मुद्दे शामिल हैं !….”………….एक और मत आया तो दूसरा बोला

“..अन्नाजी केजरीवाल भारत स्वाभिमान आन्दोलन से ही शुरू हुए ,….सब मुद्दे विचार उनसे ही गांठे !……फिर कुर्सी गांठने का काम जोर पकड़ लिया !…मोदी की खिलाफत में कुर्सी की चमक देखी होगी !…”

पंच साहब फिर बोले …………….“..मोदीजी बिलकुल बेदाग़ पक्के देशभक्त हैं ,….उनको सुशासन राजनीति का बड़ा अनुभव है ,….ऊ मक्कारों के हर आंधी तूफ़ान बवंडर भौकाल का सामना किये हैं ,…भारत को ऐसे मजबूत भारतभक्त की बहुत जरूरत है ,……भारत अन्दर बाहर हर दिशा से भारी संकट में है !…लुटेरों के लम्बे राज में हम बेहिसाब लुटे !……घपला घोटाला कथा अनंत के पार है !……विदेशी साजिशों का भयानक असर हमारे तन मन घर बिस्तर बाजार स्कूल अस्पताल राजधानी सीमा सब जगह है !……..हमारा हर अंग कमजोर ढीला बीमार है ,…..चौतरफा से दुश्मन हमको हड़पना चाहते हैं ,…लालची राक्षस मानवता की आदिभूमि भारत को खाना चाहते हैं !….गिरी हालत में पड़े महान देश को सही दिशा देने खातिर मजबूत प्रधानमंत्री चाहिए !…स्वामीजी के मुद्दे अपनाना मोदी के हक़ में सबसे बड़ी बात है !…..”

“..ई हालत में फंसे देश को जाति पंथ की राजनीति चलाती है !…”……………बीच से एक निराशा उठी तो आगे से बाबा बोले

“..जबरन शान से चलाई जाती है ,….आरक्षण तुष्टिकरण के जहरीले दाने से देश का शिकार होता है ,..लूटकर हमको लाचार गरीब भिखारी बनाया है ,…गुलाम खानदानी ठेकेदार गद्दार राजा बैंगन गोभी सामंत दरबारी करोडपति अरबपति खरबपति हैं !..”

“….उनकी दौलत न पूंछो बाबा !……राजशाही पर काबिज चंद काले कुबेरों के पास देश के अन्दर बाहर हजार लाख करोड़ से ऊपर माल जमा है ,……जबसे स्वामीजी कालेधन खातिर आन्दोलन छेड़े तबसे बहुत गंवई जमीन ऊंचे दाम पर बिकी है ,…….काली कमाई वाले तमाम अफसर बाबू ठग ठेकेदार नेता चाटुकार लोग बड़े बड़े हेक्टेयर खरीदे हैं ,….नोट का तरसा चस्के का मारा किसानौ खुश हो जाता !..”……….एक मूरख ने नयी बात बतायी तो बाबा फिर बोले

“..कोई किसान जमीन बेंचकर खुश नही होता ,…जो बेचा ऊ किसान नहीं …आदत या हालत से लाचार इंसान समझो !…..जमीन हमारी माँ है !….फिरौ दिल पर पत्थर रखके बेंचना पड़ता है !…”

पंच साहब फिर बोले …………“…. पिछले पांच साल के सब जमीन सौदा जांचने चाहिए !……खरीदार अगर वही जिला तहसील का असल किसान नहीं है तो सब जमीन ग्राम सभा को मिलनी चाहिए ,….उका प्रयोग सर्वजन हिताय हो ….बिक्रेता किसान अगर पैसा देकर फिर लेना चाहे तो कुछ छूट मिलना चाहिए ,…तब पैसा ग्रामसभा का हो !…..ऊ जैसा चाहे सुन्दर सार्थक सर्वसहमत इस्तेमाल करे ……कालाधन हम सबका है ….”

“…जांच का करनी !…. एक मिनट में पता चल जाई .. बंदा कौन है !…..”………….एक युवा बोला तो दुसरे ने टांग अड़ाई

“..गपोड़बाजी से लौटो भाई …..”

पहला फिर बोला …………“…..सबको काली कमाई लौटानी होगी ……वर्ना यहाँ वहां कहीं न बचेंगे !………. भगवान् को देख समझकर खुद वापस किये तो भगवान् के दुलारे बनेंगे !…… हरामखोरी किये तो कहीं के नहीं रहेंगे !…..”

दूसरा भी बोला …………..“..बड़े गांधी छाप मगरमच्छ दुलारे चम्मच दरबारी ज्यादा हरामखोरी तिकड़म करेंगे !…”

पहला और जोर से बोला ………..“..तो ऊ देर तक उल्टा लटकेंगे !….”

लम्बी चुप्पी के बाद पंचाधीश बोली ………….“…हमको किसी को लटकाने से का है ,..हम सनातन क्षमाशील हैं  ,….विदेशी लुटेरों ने हमसे अकूत धन सम्पदा लूटी ,……हमारे उद्दम सभ्यता संस्कृति शिक्षा कृषि सेहत बिगाड़ी गयी ,..हमारा इतिहास भूगोल बिगाड़ा गया …हमारे सुन्दर सुखी मानवी ढाँचे को गहरे तक गंदा किया ,..पूँजीवादी लालच में हमारी जीवनदायी नदियाँ गन्दगी से भरकर नीलाम हुई !…..जल जंगल खनिज जमीन सब मुफ्त में नीलाम हुआ ,….गौमाता को अथाह हानि तकलीफ हुई …पवित्र धरती पाप अत्याचार लूट अन्याय के बोझ से दब गयी …….फिरौ भारत में फिर रामराज्य आएगा !……राजलुटेरे लूटामाल वापस देकर क्षमा मांगे तो देश क्षमा कर सकता है ….नहीं तो !…रामै जानें उनका का होगा !…”

एक युवती बोली …………..“..उनका जैसा कर्म वैसा हाल होगा दादी ,…..गद्दार सत्ताधीश हटें !…अपराधियों को किये की सजा मिले ……हमारे सर्वसम्पन्न देश पर लादी गयी गरीबी मिटे ,……हम स्वस्थ सुखी सुरक्षित सदाचारी धर्मनिष्ठ प्रेममूर्ति बनें ….सबको सम्मान सुरक्षा शिक्षा सेहत भोजन रोजगार न्याय मिले ,…आर्थिक उंचनीच की अन्यायी अहंकारी खाई पटे ! ……सबको समान अवसर काबिल को कामयाबी मिलनी चाहिए !……मानवता में रगड़ चिंगारी होना गलत है !..सब सुख शान्ति से रहें ,…हम प्रकृति से पलते हुए भगवान् की तरफ बढ़ें !…..यहै रामराज्य होगा !…”

युवती का भाई बोला ………….“… डींगे कम हांको सुमना !…….भाजपा ने कालाधन को राष्ट्रीय सम्पति बनावे का सीधा वादा कहाँ किया !….”

एक पंच फिर बोले …………………“………..ऊ वादा करते तो तमाम संगी साथी पहिले भाग खड़े होते !………वादा भले घुमाकर किये लेकिन काम सीधा करना पड़ेगा ,….. टास्क फ़ोर्स से का होगा !….तीन साल में खबर आएगी ,…..एक साल चर्चा होगी फिर एक साल जूतम पैजार फिर चुनाव !…………स्वामीजी गहरे अध्ययन के बाद कारगर सूत्र दिए हैं !…….कालाधन लाने और कालिख भ्रष्टाचारमुक्त भारत बनाने खातिर स्वामीजी के सीधे सूत्र अपनाने होंगे !…..कालेधन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करना होगा !……हर नेता अफसर पर साधारण एफ़आईआर लगानी होगी !……सब कालेधन धारियों का नाम खोलना होगा !….कालेधन के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र वाला कानून मानना होगा !…बड़े नोट बंद करने होंगे ,..बैंकिया काम पारदर्शी करना होगा !….चोर बैंकों को भगाना होगा !…..सर्वहित में मोदी को राष्ट्रीय मुद्दों को प्राथमिकता से लेना होगा !..”

एक महिला उत्साह से बोली …………“.पूरे होंगे भैय्या !….सब पूरे होंगे ….भारत को मोदी से आशा स्वामीजी पर विश्वास है !…..ऊ मिल समझकर हमारे हित में हर काम करेंगे ,…भारत स्वाभिमानी मुद्दों से हर भारतवासी को महान लाभ होगा !……..थोपे गए झूठे बंधनों से हमको पूरा बाहर निकलना है …जाति पंथ के पचड़े छोड़कर उनको भारी से भारी बहुमत देना हमारा धर्म है !………केवल भरपूर वोट देकर हम अपने शहीदों का कुछ कर्जा चुका सकते हैं !…”

“..मोदी जी अपनी खातिर कुछ न करेंगे ,….स्वामीजी की तरह उनको भी केवल देश की चिंता है ,.लेकिन…सब विपक्षी मिलकर इस्लामी ध्रुवीकरण करने में मशगूल हैं !…..मुसलमानों के वोट खातिर नीच मगरमच्छों के रोज गंदे ड्रामे होते हैं !…..बिषम समाज में और वैमनसता का जहर घोला जाता है !…राम के देश में राम का नाम लेना गुनाह जैसा है !…कोई गलती से तनिकौ उल्टा सीधा बोले तो भारी गुनाहगार है !…”…………एक निराश मत उठा तो दुसरे ने सीधी बात की

“…. ऐसा है भाई !……कम पढ़ी मुसलमान जमात टेक्टिकल वोटिंग करती है !….. लालची कठमुल्ले बिकने को तैयार रहते हैं ,……ई लिए सब मोदी की मुखालफत में लंगोटी खोले हैं !.”

पीछे से एक चचा बोले …………..“…मोदी के खिलाफ कौन है ,…..देशद्रोहियों के खिलाफ मोदी है ….देश उनको बम्पर जीत देगा !……और … मुसलमान को नकली खौफ दिखाकर सुन्न बेहोश किया गया है ,…सब सही रास्ता पकड़ेंगे !..”

आगे से एक युवा बोला …………“..सही रास्ता देशभक्ति है चच्चा ,..जालिम अंग्रेजतंत्र से मुक्ति है ,….यही खातिर हमारे अनेकों पूर्वज शहीद हुए थे ,….जंगेआजादी में सब साथ लड़े मरे … लेकिन साजिशी अंग्रेजभक्तों ने सबको काटकर लूटा !……अब स्वामीजी फिर सबको जगाये हैं ,…सबको खुली आँख से अपना देशहित देखना चाहिए !…….”

एक तिलकधारी खड़ा होकर बोला ………..“…ई जितना मर्जी हल्ला मचाएं !…..मुसलमान अपनी समझ से सही वोट करेगा ….सबको अपने पूर्वजों पर गर्व है ,…..हमारे मुसलमान भाई राम कृष्ण की शोभायात्रा में फूल बरसाते हैं ,…रामायण गीता पढ़ते पढ़ाते हैं ,.देव विग्रहों की पोशाक सिलने वाले .. सजावट बनाने वाले कारीगर मुसलमान हैं ,…..मजबूरी में मजहब बदलना पड़ा लेकिन तमाम पुराने रीति रिवाज अपनाए हैं ,…..एक दिन भारत के सब मुसलमान फिर सनातन सत्य धर्म अपनाएंगे !..”

…………“..अबकी बहुतेरे मुसलमान मोदी को वोट देंगे !…पढेलिखे देशभक्तों की समझ फैलती जाती है !..”……….एक और मूरख का मत आया तो एक युवा खड़ा होकर बोला

“…हम मुसलमान हैं अपना वोट मोदी को देंगे ……हिन्दू मुसलमान से ऊपर उठकर हर इंसान को मोदी को वोट करना चाहिए !……उसकी असल वजह सही मुद्दे हैं !…..बाकी बहुत चोर उचक्कों लुटेरों को देख आजमा लिया है !…….व्यवस्था बदले खातिर भारी बहुमत से मुद्दामय मोदी की सत्ता चाहिए !…”

“.जरूर आएगी भैय्या ..लेकिन उनके दल के कुछ पुराने खिलाड़ी टिकट न मिलने पर ताल ठोंके हैं ,…निजी कुनबे झूठे सम्मान खातिर रंजिश बढाये हैं !..”……एक बाबा ने फिर निराशा जताई तो एक पंच बोले

“..सबको अपनी गलती याद करनी चाहिए !……जसवंत सिंह चौबेजी जैसों को याद होना चाहिए .. देश ने उनको बहुत कुछ दिया है !… देश खातिर निजी मान अपमान भुलाने से गिरा आत्मसम्मान उठता है !..”

“..लेकिन ऊ राजपूती शान की दुहाई मचाये हैं !….”…………….बाबा का सवाल और बड़ा हुआ तो बड़ा सा उत्तर आया

“..उनकी राजपूती शान वही दिन मिट्टी में मिल गयी थी ,…जब सर्वदली सलाह पर सलाहुद्दीन को कंधार लेकर गए थे !…..”

मरियल से बाबा बोले ………….“..बड़े छोटों को माफ़ करते हैं !…जातिवादी या कौनो अहंकार छोड़ना चाहिए ….रानी वसुंधरा भी राजसी अहंकार से बीमार है ..एकदिन खुद भुगतेगी !……लेकिन ऊ तो अनुभवी ज्ञानी आदमी हैं ,..अबकी अपने भारत की शान .. भारत स्वाभिमान खातिर हर सीट पर मोदी को जिताना चाहिए !…..इदं न मम इदं राष्ट्राय !!..”

एक और बुजुर्ग ने समर्थन किया …………“..सही कहा भैय्या !…..देश खातिर मोदी के हर लायक कमलायक नालायक सिपाही को जिताना चाहिए !…… कोई किसी की वजह से हारा तो वोट काटने वाले खुद अपने गुनाहगार होंगे !….. बाद में अपने लोग भी गरियायेंगे !….ईलिए निजी इच्छा कामना छोड़ना ही ठीक है !……..”

“.. वीके सिंह जी कहे कि राजनीति में कुछ समझौता करना पड़ता है !…”…………एक युवा ने अलग बात राखी तो पंच बोले .

“…जनरल साहेब ठीकै कहे …सदियों से लुटते देश में आज खंड खंड समाज अखंड कुटिल राजनीति है ,….देश जोड़े खातिर कुछ तो घिसना लचना पड़ेगा !…..लेकिन ऊ दिन ज्यादा दूर नहीं लगता जब सच को कोई समझौता नहीं करना पड़ेगा !..”

“..माने भारत स्वाभिमान दल बनेगा !…”………….एक युवा चहंककर बोला तो पंच साहब फिर बोले

“…भारत स्वाभिमान स्वामीजी का महान पुरुषार्थ है !……ऊ हमेशा अपने महान लक्ष्य खातिर जुटे रहेंगे  !…..अपनी अखंडित मूरखता ठोस जड़ता खातिर हम उनके अपराधी हैं ………..धरती पर भगवत्ता उतारे खातिर पूर्ण शुद्ध राष्ट्रनीतिक दल जरूर उपजेगा ,…भरपूर फलेगा फूलेगा !….सबको सुगंध पौष्टिकता देगा !…..ऊसे पूरे संसार में पवित्रता फैलेगी !…… फौरी तौर पर मोदी भाजपा को पूरा समर्थन शक्ति देना ही देशहित में है !……स्वामीजी ई बात जानते मानते हैं !……जनरल साहब सत्यपाल सिंह एमजे अकबर साहब जैसे अच्छे सच्चे लोग सोच समझकर भाजपा में आये हैं ….झूठे गंदे लोग भी आये गए होंगे …. भाजपा में भी तमाम गन्दगी है !…भाजपा राजनीतिक दल का भारी जिम्मेदारी उठाने के काबिल भी नहीं लगती है !…लेकिन …”

“.. भाजपा मजबूरी है मोदी जरूरी है !…”………………..एक युवा ने पंच को काटा तो वो मुस्का दिए जैसे उनकी बात पूरी हो गयी

मरियल से बाबा फिर बोले …………“….निष्पक्ष निगाह से कांग्रेस नखशिख तक पूरी कालिख में डूबी है ,..उसका अंत निश्चित है ……इलाकाई सूबेदार अधपक्षी बैंगन नाक तक डूबे हैं !…….भाजपा कमर से ऊपर तक डूबी है …कालिख की पैदावार बढ़ोत्तरी अंग्रेजतंत्र करता है ,…..लेकिन भाजपाई शिखर कहता है कि हम कालिख मिटायेंगे तो हमको आखिरी भरोसा करना चाहिए !…स्वामीजी का हर कर्म भारत खातिर है ,..हमको उनकी बतायी राह पर पूरी ताकत से चलना चाहिए !…”

“..और भरोसा टूटा तो !….”………एक शंका उठी तो बाबा ने समाधान दिया

“..मोदीजी बहुत काबिल मजबूत इंसान हैं ..जल्दी टूटे न देंगे !…….अगर टूटा तो इनका हाल कान्ग्रेसौ से बुरा होगा !…”

“..और दल केजरीवाल !…”……..एक सवाल और उठा तो पंच साहब बोले

“..ऊ अपने लाभ हानि के हिसाब से काम करेंगे !……उनपर तनिकौ भरोसा करना बड़ी मूरखता होगी ,……ऊ सत्ता के लालची लगते हैं ,….आपका स्वार्थी नेतृत्व अस्थिर है !…..उनकी नीयतौ सही नहीं लगती …उनकी जड़ विदेशी सहायता वाले एनजीओ हैं !…ऊ सेवा के नाम पर बहुतै गहरी साजिश चलाते हैं !….”

“..और उनकी नीतियां !…”……..कोई फिर बोला तो पंच साहब फिर बोले

“…ऊ कहाँ हैं !……कांग्रेस जैसी अवसरवादिता भावना परचार उनकी नीति है ,… फिरी ले लो !….फिर देश दे देना !…….इनसे देश नहीं चल सकता ….आपियों से भारत को बहुत नुक्सान हो सकता है ,…….ऊ लोग हमरी काहे मानेंगे ,..लेकिन अगर मानें तो उनको सब स्वार्थ अहंकार छोड़कर स्वामीजी की शरण में जाना चाहिए !..”

“.. हमको भी जाना चाहिए ……फसल काटकर घर में रखें …..तब स्थिर होकर पंचायत करेंगे !…”…………एक मूरख की बात पर सब हंस दिए ,…..सूत्रधार बोले

“..आज की पंचायत समाप्त होती है ,….सबको राम राम ..”

साधू बाबा अपना चिमटा उठाकर बोले ……..“.जय सियाराम !…लेकिन एक बात बाकी है …..सब मिलकर करियो मतदान ,बचे न कोई भी नादान ,भारत माँ फिर बने महान !……”……………काव्यमय प्रस्तुति पर तालियाँ गूंजी ……जोरदार नारा फिर उठा …

“..भारत माता की जय !..भारत माता की जय !!..”…………………..पंचायत आज फिर समाप्त हो गयी …..अगली बैठक का इन्तजार रहेगा

वन्देमातरम !

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