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हरकते

saritkriti
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हरकते

उग्र व्यवहार के कारण,
बार –बार रंग बदलते रहना।
कभी धमकी तो कभी,
हाथा –बाईं पर उतर जाना।
अलग –अलग हथकंडे अपना,
अपनी बाते मनवाने का,
जिद्दी हरकते करते रहना।
खुद को बलवान और,
दूसरे को कमजोर समझते रहना,
यही तो ज्यादती थी बिपक्ष का।
आखिरकार रेल पटरी पर आई,
अंत हुआ युद्ध की गहमागहमी का।
डोकलाम से दोनों देशो ने,
अपनी –अपनी सेना हटाई ।
सीमा पर कई महीनों पशचात,
फिर से शांति है छाई।
सरिता प्रसाद

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