Menu
blogid : 1114 postid : 37

चिंटू ……………………..

शाश्वत सत्य
शाश्वत सत्य
  • 37 Posts
  • 0 Comment

परेशान थी चिंटू की wife
Non-happening थी जो उसकी life
चिंटू को न मिलता था आराम
Office मैं करता काम ही काम
चिंटू के boss भी थे बड़े cool
Promotion को हर बार जाते थे भूल
पर भूलते नहीं थे वो deadline
काम तो करवाते थे रोज़ till nine
चिंटू भी बनाना चाहता था best
इसलिए तो वो नहीं करता था rest
दिन रात करता वो boss की गुलामी
Appraisal के उम्मीद में देता सलामी
दिन गुज़रे और गुज़रे फिर साल
बुरा होता गया चिंटू का हाल
चिंटू को अब कुछ याद न रहता था
गलती से बीवी को बहन जी कहता था
आखिर एक दिन चिंटू को समझ आया
और छोड़ दी उसने Appraisal की मोह माया
Boss को बोला , “तूम क्यों सताते हो ?”
“Appraisal के लड्डू से बुद्धू बनाते हो ”
“Promotion दो वरना चला जाऊंगा ”
“Appraisal देने पर भी वापस न आऊंगा ”
Boss हंस के बोला “नहीं कोई बात ”
“अभी और भी Chintus हैं मेरे पास ”
“यह दुनिया चिंटूओं से भरी है ”
“सबको बस आगे बढ़ने की पड़ी है ”
“तुम न करोगे तो किसी और से कराऊंगा ”
“तुम्हारी तरह एक और चिंटू बनाऊंगा .

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh