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हम सुधरेंगे युग सुधरेगा.

शाश्वत सत्य
शाश्वत सत्य
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एक चीता Cigarette का सुट्टा लगाने ही वाला था कि अचानक एक चूहा वहां आया और बोला
“मेरे भाई छोड़ दो नशा, आओ मेरे साथ भागो, देखो ये जंगल कितना खुबसूरत है, आओ मेरे साथ दुनिया देखो”
चीते ने एक लम्हा सोचा फिर चूहे के साथ दौड़ने लगा.
आगे एक हाथी अफीम पी रहा था, चूहा फिर बोला, “हाथी मेरे भाई छोड़ दो नशा, आओ मेरे साथ भागो, देखो ये जंगल कितना खुबसूरत है, आओ मेरे साथ दुनिया देखो”
हाथी भी साथ दोड़ने लगा.
आगे शेर व्हिस्की पीने कि तैयारी कर रहा था, चूहे ने उसे भी वोही कहा, “शेर मेरे भाई छोड़ दो नशा, आओ मेरे साथ भागो, देखो ये जंगल कितना खुबसूरत है, आओ मेरे साथ दुनिया देखो”
शेर ने ग्लास साइड पर रखा और चूहे को 5- 6 थप्पड़ मारे.
हाथी बोला, “अरे ये तो तुम्हे ज़िन्दगी की तरफ ले जा रहा है, क्यों मार रहे हो इस बेचारे को?”
शेर बोला, “यह कमीना पिछली बार भी cocaine पी कर मुझे 3 घंटे जंगल में घुमाता रहा”
हो सकता है ऊपर लिखा हुआ यह सन्दर्भ लोगों को मज़ाक लगे पर हमारे समाज के बहुत से लोगों की आज भी
ऐसी ही मानसिकता है की स्वयं कुछ भी करो सब अच्छा है पर जब वही कार्य दूसरे करें तो तो वो गलत है .आज हम सभी प्रायः सिस्टम को दोष देते हैं पर क्या हम स्वयं सिस्टम को बनाए रखने में उतना ही सहयोग इमानदारी से देते हैं .अगर बात traffic सिग्नल की की जाय तो अगर वहां कोई हवालदार या सिपाही नहीं होता है तो लोग आड़े तिरछे आगे बढ़ने की कोशिश करते हुए अक्सर दिख जाते हैं परिड़ामस्वरुप जाम की समस्या उत्पन्न होती है और उससे हम सभी को २-४ होना पड़ता है .बात अगर किसी रेलवे या बस स्टेशन की हो तो वहां भी अक्सर लोग व्यवस्था बिगाड़ने को कोशिश करते हुए दिख जाते हैं. अब अगर बात सरकारी दफ्तरों की की जाय तो वहां तो हालात और भी बुरे हैं वहां पहले तो कुछ लोग टाइम पर नहीं आते और अगर आ भी गए तो ऐसा लगता है की वे समाज पर बहुत बड़ा उपकार कर रहे हैं,चाहे कोई काम हो या न हो उनसे इस बात से कोई मतलब नहीं होता.आये दिन हम सभी को ऐसे न जाने कितने उदाहरण दिखते रहते हैं. पर हम सभी को इन समस्याओं से यदि छुटकारा पाना है तो हम अपने घर,मोहल्ले ,गाँव और शहर से शुरुवात करनी होगी और धीरे धीरे सब कुछ सामान्य हो सकता है.बस हम सभी में दृढ इच्छा शक्ति हो . लिखने के लिए तो अभी इस विषय पर बहुत कुछ लिखा जा सकता है,परन्तु जब ब्लॉग बड़ा हो जाता है तो लोगों को थोडा बोरिंग लगने लगता है.त्रुटियों के लिए क्षमा करें.

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