Menu
blogid : 14062 postid : 37

अब नेताओं को ‘सपनों’ में भी डरा रही है सीबीआई !

तीखी बात
तीखी बात
  • 38 Posts
  • 7 Comments

Om-Prakash-Chautala जेबीटी शिक्षक भर्ती घोटाले में हरियाणा के कद्दावर नेता ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला के साथ 51 अफसरों को सजा क्या मिली कि सभी नेताओं के कान खड़े हो गए हैं घोटाले बाज नेताओं को अब अपनी भी फिक्र सताने लगी है और सीबीआई का भूत हर किसी के सिर पर चढ़कर बोलने लगा है सूत्रों की मानें तो आजकल हालात तो ये बन गए हैं कि नेता सीबीआई हेडक्वार्टर के सामने से भी अब निकलने से कतराने लगे हैं कि कहीं सीबीआई की छाया उन पर भी न पड़ जाए… डर उनका वाकई वाजिब है भईया देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी बड़े नेता को 10 साल की सजा मिली है वो भी राज्य में विपक्ष का नेता हो साथ ही छ दिन से लेकर छ साल तक मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान रहा हो ये इतना बड़ा सबक है उन नेताओं के लिए जो कानून को अपनी जेब में रखकर घूमते हैं हालांकि ये सजा 13 साल बाद ज़रुर मिली लेकिन ये क्या कम है कि किसी सियासतदान घोटालेबाजी में तो फंस गया औऱ अदालत ने उसे सजा भी सुना दी वैसे चौटाला परिवार पर पहले से ही कई घोटालों में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं लेकिन ये घोटाला है कि किस्मत खराब होने के चलते और सत्ता में न रहने की वजह से खुल गया वर्ना तो ऐसे कई घोटाले हैं जो आज तक सामने आए ही नहीं आए इसलिए उनकी परतें खुली ही नहीं लेकिन इस आरोप ने तो चौटाला की पूरी ज़िदगी की राजनीति पर ग्रहण लगा दिया. साथ ही उनके बेटे अजय चौटाला की राजनीति भी जवानी में ही घोटाले की भेंट चढ़ गई अब जब तक अदालत का फैसला रद्द नहीं होता है तब तक वो कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। अमूमन ये होता है कि किसी भी घोटाले बाज का केस या तो कोर्ट में सालों तक लटका रहता है या फिर सत्ता में रहने के चलते कभी मामला सामने ही नहीं आता या दबा दिया जाता है लेकिन चौटाला परिवार के सजा के फैसले से उन घोटालेबाज सियासत दानों को ज़रुर सबक मिला होगा जो ये सोचते हैं कि कानून तो उनकी जागीर है साथ ही एक और सवाल जो मुझे सोचने पर मजबूर कर देता है कि चौटाला को समर्थन देने पहुंची इस देश की जनता को चौटाला में एक घोटालेबाज क्यों नहीं नज़र आता जिन लोगों ने चौटाला परिवार की सजा के खिलाफ इतना हो हल्ला मचाया, क्या वे सभी विदेश से आए थे या उनकी आंखों पर पर्दा पड़ा था क्या वो नहीं जानते कि उनके नेता ने देश का कितना खून चूसा है कितने घोटाले किए हैं तो आखिर इतना प्रदर्शन क्यों, मैं तो उन लोगों से कहना चाहुंगा कि देश की तरक्की के समर्थक बनो न कि किसी नेता के चमचे। देश तरक्की करेगा तो हमारी आप सबकी तरक्की होगी किसी नेता की जेब भरने से सिर्फ उसकी तरक्की ही संभव है किसी समर्थक की नहीं ।
Shashank.gaur88@gmail.com

Tags:                                                         

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply