Menu
blogid : 4641 postid : 1016

कलयुग है या भ्रष्टतंत्र है तानाशाही-अत्याचार???

Bhramar ka 'Dard' aur 'Darpan'
Bhramar ka 'Dard' aur 'Darpan'
  • 301 Posts
  • 4461 Comments

कलयुग है या भ्रष्टतंत्र है
तानाशाही-अत्याचार???
चार जमा कर स्विस में बैठे
भूखे मरें हजार ……………..
is

———————————–
चक्की में जो पिसे लोग हैं
अब चक्की पर चढ़ बैठे !
लिए हथौड़ा छेनी संग में
कितनी मूर्ति —गढ़ बैठे !!
anna-support

————————-
जला -“दिया” है -पूंछ सुलगती
कभी धमाका हो सकता !
अंधियारे में डींग हांकती
सोयी बैठी है सरकार !!
————————–
इतने दिन में ना लिख पाओ
“रामायण” कोई बात नहीं
राम से मिल के चरण पकड़ के
राम कथा के नीति नियम –
“कुछ “- लगे लगा लो बात बने !!
————————————
रावण सा तुम अहं भरो ना
समय चक्र चलता है -“काल”
मन में मैल भरी जो धो लो
आँखों से पट्टी तो खोलो
गांधारी- धृत राष्ट्र- बनो ना
कौरव -तेरे ना टिक पायें
“पांच” पांडव- हैं दमदार !!
—————————–
पत्थर ढोती वानर सेना
पुल भी कभी बना सकती
ले मशाल जो बढ़ निकली है
लंका- आग लगा सकती !!
—————————-
पास विभीषण हैं तेरे भी
कुछ मंदोदरी भी हैं बैठी
उनकी भी कुछ बात सुनो हे !
दंभ भरो ना हे पाखंडी !!
———————————
आप सब को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं -आइये प्रार्थना करें की आन्दोलन सफल हो …..
आभार आप का
भ्रमर ५

(सभी फोटो गूगल /नेट/याहू से साभार )
शुक्ल भ्रमर ५
१०.२० मध्याह्न जल पी बी
२०.०८.२०११

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh