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भारत की दरियादिली पाकिस्तान को छोटा भाई मानकर की थी सिंधु जलसंधि

Vichar Manthan
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भारत का पाकिस्तान के प्रति सदैव से नरम एवं मित्रतापूर्ण रुख रहा है अब ‘पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद’ , पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के विरुद्ध विश्व बिरादरी को एक जुट करना| पकिस्तान के साथ कई सशस्त्र युद्ध हो चुके हैं पहला ,आजादी के बाद कश्मीर घाटी में कब्जा जमाने के लिए कबायली के वेश में सशस्त्र सेना भेज कर पाकिस्तान ने कश्मीर पर हमला किया था | ब्रिटिश राज के अंतर्गत संयुक्त भारत के सिंध एवं पंजाब दो राज्य थे जिनके बीच में तब भी पानी पर  विवाद होता रहता था | विभाजन के बाद अब यह दो देशों के बीच का झगड़ा था 1947 में दोनों देशों के इंजीनियरों ने मिल कर भारत से पाकिस्तान की और जाने वाली दो नहरों के पानी के बटवारे पर एक स्टैंडस्टिल समझौता किया यह समझौता अस्थायी था, 31 मार्च 1948 तक लागू था लेकिन कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा सशस्त्र हमले के बाद पाकिस्तानी विचारकों के अनुसार 1 अप्रैल 1948 को जब समझौते की तारीख समाप्त हो गयी भारत ने दो प्रमुख नहरों का पानी रोक दिया जिससे पाकिस्तानी पंजाब की 17 लाख एकड़ ज़मीन पर फसल सूखने लगी | भारत कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहता था| पाकिस्तान की परेशानी देख कर भारत पानी की आपूर्ति जारी रखने पर राज़ी हो गया|

 

 

 

1965 ,1971 करगिल युद्ध एवं उरी के कैंप पर पाकिस्तान के आतंकियों द्वारा किया गया हमला भारत के सम्मान पर चोट थी आपतकालीन बैठकों का दौर चला ऐसे कौन से कदम उठाये जायें जिनसे पाकिस्तान भयभीत हो, एक सुझाव था पाकिस्तान में भारत से जाने वाली नदियों का जल रोका जाए अर्थात सिंधू जल नदी संधि भंग की जाए | भारत की दरियादिली भारत में प्रश्न उठे लेकिन कभी कदम नहीं उठाया गया विभाजित भारत नदी जल विवाद बहुत बड़ा विषय था विवाद सुलझाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वर्ड बैंक के प्रेसिडेंट मिस्टर ब्लैक की अध्यक्षता में दोनों पक्षों की बीच अनेक बैठके हुई |

अंत में ब्लैक की मध्यस्ता से 19 सितंबर 1960 को कराची में सिंधु नदी समझौते पर भारत के प्रधानमन्त्री नेहरु और राष्ट्रपति जरनल अयूब खान ने हस्ताक्षर किये | समझौते के अनुसार सिन्धु नदी की सहायक नदियों को पूर्वी और पश्चिमी नदियों में विभाजित किया गया सतलज ब्यास और रावी पूर्वी नदियां है पूर्वी नदियों का पानी कुछ अपवादों को छोड़ कर भारत में इस्तेमाल किया जाता है| पश्चिमी नदी झेलम चेनाब और सिन्धु नदियों के पानी के प्रयोग पर भारत को सीमित अधिकार दिया है जैसे बिजली बनाना कृषि के लिए प्रयोग, बाकी पानी का प्रयोग पाकिस्तान करता हैं यह जल बटवारा विश्व में सबसे उदार जल बटवारा है| 6 भरी नदियों का पानी लगभग 80.52% पाकिस्तान को दिया जाता रहा है यह बड़े भाई की तरफ से छोटे भाई के लिए दरियादिली थी |

नेहरु जी विश्व नेता बनना चाहते थे वह पकिस्तान के प्रति सदैव उदार रहे लेकिन पाकिस्तान को जो मिल जाता है उसे अपना हक मानता है फिर भी रोता रहता है संसद में नेहरू जी का जम कर  विरोध हुआ नेहरू जी ने विरोध में अपना बचाव करते हुए कहा मैने शान्ति खरीदी है क्या पाकिस्तान बाज आया | रावी,ब्यास और सतलज से पश्चिमी पंजाब (पाकिस्तान ) की 11 मिलियन एकड़ धरती ,सिंध की 5 मिलियन एकड़ और बहावल पुर और खैरपुर की 3 मिलियन एकड़ धरती सिंचित होती है| दिल्ली से अमृतसर जाने वाले यात्री ट्रेन या बस से ब्यासा जी का पुल पार करते समय जल से लबालब भरी ब्यास नदी पाकिस्तान की ओर जाते देखते हैं |पाकिस्तान में आज भी जागीरदारी सिस्टम का बोलबाला है आर्मी आफिसरों ने अपने प्रभाव से उपजाऊ भूमि खरीद ली इसके अलावा प्रभावशाली लोग पहले अपने फ़ार्म हॉउस में पानी का इस्तेमाल करते हैं तब अन्य खेतों को मिलता है |बटवारे में पंजाब की सबसे उत्तम जमीन उनको मिली थी अर्थात वेस्टर्न पंजाब जिसकी जमीन सबसे अधिक उपजाऊ थी पाकिस्तान की खेती 80 % भारत द्वारा दिए गये जल पर निर्भर हैं |अक्सर पाकिस्तानी जिक्र करते हैं सुना है पंजाब में महीन सेवईयों जैसे चावल की पैदावार होती हैं उनको पकाने के बाद उनकी खुश्बू दूर –दूर तक फैलती है स्वाद क्या कहने लेकिन हमें कभी खाना नसीब नहीं हुआ सब विदेशों में बिकने चला जाता है| भारत के हिस्से में आये पंजाब में निवासी किसानों ने बहुत मेहनत कर अपनी कृषि योग्य भूमि को उपजाऊ बनाया

भारत ने 1960 में ये सोचकर पाकिस्तान से संधि पर हस्ताक्षर किए थे कि उसे जल के बदले शांति मिलेगी लेकिन संधि के अमल में आने के पांच साल बाद ही पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर पर 1965 में हमला कर दिया था| 1965 ,1971 और 1999 करगिल युद्ध के समय भी भारत द्वारा संधि को तोड़ा नहीं गया | जबकि विशेषज्ञों की राय है वियाना समझौते के लॉ ऑफ़ ट्रीटीज़ की धारा 62 के तहत भारत संधियों से पीछे हट सकता है |अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के अनुसार बदली परिस्थितियों में किसी भी संधि को रद्द कर सकते हैं | लेकिन कुछ की राय थी यह समझौता दोनों देशों में तीसरे पक्ष अंतर्राष्ट्रीय बैंक की मध्यस्तता से किया गया था पानी बंद किये जाने पर पाकिस्तान के शोर मचाने पर फिर से मध्यस्तता की बात हो सकती है| उसे मुस्लिम देशों का समर्थन प्राप्त है उनके पास रो सकता है भारत एक मुस्लिम देश को प्यासा मार रहा है | पाकिस्तान भारत के खिलाफ छद्म युद्ध से बाज नहीं आ रहा| विरोध में ‘जल रोकना बिना रक्त पात का पाकिस्तान के विरुद्ध अघोषित युद्ध होगा |पाकिस्तान को दरियादिली में दिया जाने वाला जल पंजाब एवं जम्मू कश्मीर की नदियों में प्रवाहित किया जायेगा |

पाकिस्तान में बैठे आतंकी जिनमें हाफिज सईद प्रमुख है आये दिन भारत को धमकियां देता रहता है भारत फिर भी नजर अंदाज करता रहा हमारे सैनिक आतंकियों से लड़ते हैं अलगाववादियों के चढ़ाये गये नौजवान सुरक्षा बलों पर पथराव कर आतंकियों को भागने का अवसर देते रहते हैं |सुरक्षा बल आतंकियों से लड़ते है और पत्थर बाजों के मारे गये पत्थरों को भी झेलते हैं | जम्मू कश्मीर के पुलबामा जिले के अवन्तिपुरा में 14 फरवरी के दिन सीआरपीएफ के श्रीनगर जाते काफिले पर घात लगा कर फिदायीन हमला हुआ जिसमें आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया हमलावर ने विस्फोटकों से भरी कार से सीआरपीएफ के जवानों की बस से टक्कर मारी हमला बहुत भयानक था जिसमे 40 जवान शहीद और कुछ जख्मी हो गये हमले की जिम्मेदारी जैश –ए-मुहम्मद आतंकी संगठन ने ली |

खुला युद्ध- देश चाहता है परिणाम कुछ भी हो एक बार युद्ध से फैसला हो जाये लेकिन युद्ध सदैव आखिरी विकल्प होता है युद्ध की स्थिति में दुनिया के सभी देश क्या हमारा साथ देगें परमाणु युद्ध के भय से बट भी सकते हैं ? कूटनीतिक उपायों द्वारा पाकिस्तान को घेर कर अलग थलग किया जाये |विश्व बिरादरी पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करे |दुनिया के अधिकाँश देशों ने भारत का साथ दिया चीन सदैव पाकिस्तान का समर्थन करता है जबसे ग्वादर बन्दरगाह में उसने पैसा ही नहीं लगाया पीओके से सड़क मार्ग बनाया है लेकिन अब स्थिति थोड़ी बदली है विश्व जनमत पाकिस्तान के विरुद्ध है ईरान पर भी पाकिस्तान ने आतंकी कार्यवाही की है |दबी जुबान से ही सही सुउदिया के क्राउन प्रिंस ने आतंकवाद का विरोध किया |अफगानिस्तान पाकिस्तान के आतंकियों की आतंकी गतिविधियों से परेशान है |

भारत ने तुरंत कार्यवाही करते हुए पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापिस ले लिया भारत में पाकिस्तानी सामान पर 200 %ड्यूटी लगा दी भारत से निर्यात होने वाले सामान की वजह से पाकिस्तान में महंगाई बढ़ रही हैं | कूटनीतिक प्रयत्नों के साथ जनता सरकार दबाब डाल रही है पाकिस्तान से जवानों की शहादत का बदला लिया जाये |

 

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