दुनियाभर में जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीजों में शिक्षा को सर्वोत्तम स्थान दिया गया है। बिना शिक्षित हुए तरक्की की संभावनाएं बेहद कम हो जाती हैं। बावजूद 3 लाख से ज्यादा बच्चे एक साल से स्कूल जाने के लिए तरस रहे हैं। हालात ये बन गए हैं कि लड़कियों की छोटी उम्र में ही शादी कर दी जा रही है।
स्कूल हैं पर पढ़ाई ठप
शिक्षा के हक से वंचित रहने वाले बच्चों की ये दास्तां पश्चिमी अफ्रीका रीजन के देश बुरकीना फासो की है। अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार करीब ढाई करोड़ की आबादी वाले इस देश में शिक्षा की अच्छी व्यवस्था है, लेकिन बच्चे शिक्षा हासिल नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से ज्यादातर बच्चे या तो भीख मांगते दिखते हैं या फिर कहीं काम करते नजर आते हैं।
2019 में पढ़ाई होती थी पर अब नहीं
अलजजीरा ने ह्यूमन राइट्स वॉच के हवाले से लिखा है कि बुरकीना फासो देश के 350000 से ज्यादा बच्चों का भविष्य अंधेरे में जाता दिख रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक ये सभी बच्चे स्कूलों में जाने के लिए तरस रहे हैं। साल 2019 से पहले तक ये सभी बच्चे बाकायदा स्कूलों में शिक्षा हासिल करते थे। पर अब नहीं।
उग्रवादी संगठन बने शिक्षा में रोढ़ा
रिपोर्ट के अनुसार 2019 में उग्रवादी संगठनों ने संकीर्ण मानसिकता के चलते शिक्षा व्यवस्था पर हमला करते हुए कई स्कूलों में खतरनाक ढंग से हमले कर दिए थे। गोलीबारी और बम धमाकों से इन स्कूलों की इमारतें ढह गईं। इन हमलों में तकरीबन 12 शिक्षकों की मौत हो गई थी। सशस्त्र उग्रवादी संगठनों के भय से 2500 स्कूलों को सुरक्षा के मद्देनजर बंद कर दिया गया।
कम उम्र की जा रही शादी
सरकारी सुरक्षाबलों की तैनाती और गश्त के बावजूद लोगों में इतना डर बैठ गया है कि वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। स्कूल बंद होने से जिन गरीब बच्चों को दोपहर का भोजन हासिल हो जाता था वे उससे दूर हो गए। गरीबी का दंश झेल रहे बुरकीना फासो के बच्चे भीख मांगने को मजबूर हैं या फिर काम मांगते नजर आते हैं। ज्यादातर लोगों ने अपनी बेटियों की कम उम्र में ही शादी करनी भी शुरू कर दी है।..NEXT
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