फर्ज कीजिए आप कहीं जा रहे हैं, जहां जा रहे हैं वहां टाइम से पहुँचने में पहले ही लेट हो चुके हैं. रास्ते में ट्रैफिक पहले ही थी, पहुँचने ही वाले थे कि ऑफिस के पास ही रेलवे क्रॉसिंग पर रुकना पड़ा क्योंकि ट्रेन आने वाली थी और क्रॉसिंग बैरियर गिर चुका था. एक मिनट इंतज़ार किया, ट्रेन आई नहीं, झुंझलाहट पहले ही थी कि लेट हो चुके हैं अब इतनी देर तक बिना मतलब क्रॉसिंग बंद करने पर और गुस्सा आने लगा. सोचा अभी तो ट्रेन आ नहीं रही चलो पार ही कर लेते हैं. अभी आधी पटरी ही पार की थी कि ट्रेन आती दिखी. दौड़कर पार करने की कोशिश की लेकिन तब तक ट्रेन आप तक पहुँच चुकी थी…..फिर?..फिर ट्रेन के शोर में आसपास यह दृश्य देख रहे लोगों के दिल सन्नाटे में….? पर ट्रेन के गुजरते ही दृश्य भयानक नहीं खुशनुमा था. क्या किसी की मौत खुशनुमा हो सकती है? शायद नहीं पर यह दृश्य खुशनुमा था? कैसे, आपको यह वीडियो बताएगा:
वीडियो देखकर आपको इस 77 साल के बूढ़े आदमी के खुशकिस्मत होने का एहसास होगा. अगर एक सेकण्ड की भी और देरी होती वह आदमी इस वीडियों में जिन्दा नहीं दिखता. एक सर्वे के अनुसार 55 प्रतिशत दुर्घटनाएं जिनमें विक्टिम की तुरंत मौत हो जाती है, ट्रेन दुर्घटना होती है. किस्मत की बात कह सकते हैं पर इससे ज्यादा एक बड़ा सबक है. पब्लिक प्लेस पर ऐसी कई आदतें हैं जो बेहद खतरनाक हैं लेकिन आदतन हम वह कर गुजरते हैं. पर हर बार कोई इतना खुशकिस्मत नहीं होता. ऐसी पांच आदतें हम आपको यहाँ बता रहे हैं:
1. हेड फोन लगाकर रोड पर चलना: कुछ दिनों पहले दो दोस्तों के रेल की पटरी पर हेडफोन लगाकर ऊंची आवाज में गाना सुनते हुए गुजरने और ट्रेन आने की आवाज न सुनने के कारण ट्रेन से कटकर मरने की खबर काफी हाइलाइट हुई थी. 2012 में यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के एक सर्वे के अनुसार वर्ष 2004 से रोड पर कानों में हेडफोन लगाकर पैदल चलने वालों के दुर्घटनाग्रस्त होकर मौत होने की घटनाएं बढ़ गयी हैं. इनमें 68 प्रतिशत पुरुष होते हैं और 67 प्रतिशत 30 साल से कम उम्र के होते हैं.
2. शराब पीकर ड्राइव करना: शराब पीकर गाड़ियां चलाना किसी के लिए एडवेंचर हो सकता है लेकिन अक्सर यह दूसरे और खुद के लिए भी मुसीबत का सबब बनती है. दुनिया भर में ड्रिंकिंग ड्राइविंग के कारण हर रोज दुर्घटनाएं और उनमें मौतें भी होती हैं. एक आंकड़े के अनुसार 50 प्रतिशत ड्राइवर मानते हैं की वे ड्राइविंग के दौरान ऐसे ड्राइविंग नियम तोड़ते हैं. इसे रोकने के लिए सरकार की ओर से जनहित में जारी जागरुकता विज्ञापन भी बड़े पैमाने पर अपनाए जाते हैं पर फिर भी लोग ऐसा करने से नहीं चूकते. भारत में सलमान खान जैसे चर्चित अभिनेता भी इसमें फँस चुके हैं.
3. ड्राइव करते हुए फोन पर बात करना: जब से मोबाइल फोन आया है ड्राइव करते हुए फोन पर बातें करते हुए अक्सर लोग दिख जाते है. सड़क दुर्घटना और उसमें हुई मौतों की संख्या भी कम नहीं है.
4. सिग्नल क्रॉसिंग: ट्रैफिक की सुविधा और दुर्घटना से बचने के लिए सिग्नल की व्यवस्था भी की गयी है लेकिन सिग्नल तोड़कर दुर्घटनाएं भी अक्सर होती हैं. 25 प्रतिशत लोगों ने यह भी माना है कि वे ट्रैफिक लाइट्स, सिग्नल्स और साइंस को तोड़ते हैं.
दर्द होता है तो दूसरों का दर्द समझते क्यों नहीं
5. फुटपाथ की बजाय बीच रोड पर चलना: दुर्घटना से बचने के लिए गाड़ियों के लिए रोड और पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ की व्यवस्था की गई है. फिर भी अक्सर पैदल चलने वाले फुटपाथ पर चलने की बजाय रोड पर चलते हैं और दुर्घटना के शिकार होते हैं.
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