ट्रैफिक जाम में आप भी हर दिन फंसते ही होंगे और देश के हर मुख्य शहर का ये सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।आपको यह जानकर हैरानी होगी कि देश के प्रमुख शहरों में लगभग हर दिन होने वाले ट्रैफिक जाम की वजह से ही भारत को सालाना लगभग 1.44 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। देश के टॉप शहरों में एशिया के अन्य शहरों की तुलना में 149 फीसदी अधिक भीड़भाड़ रहती है। इससे यातायात व्यवस्था थम जाती है, पेट्रोल-डीजल की भारी क्षति के साथ ही इसके कारण प्रदूषण की समस्या भी विकराल होती जा रही है।
ट्रैफिक में 1.44 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है
बॉस्टन कंसलटिंग ग्रुप की तरफ से की गई स्टडी से सामने आई है। पीक आवर का ट्रैफिक दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में हर साल 22 अरब डॉलर यानी करीब 1.44 लाख करोड़ रुपये का नुकसान कर रहा है। यह रकम नैशनल हाईवे अथॉरिटी के सालाना बजट का दोगुना है।
ट्रैफिक में लोगों का समय ज्यादा खर्च होता है
इस स्टडी के अनुसार, पीक आवर का ट्रैफिक जाम दिल्ली में सामान्य समय के ट्रैफिक की तुलना में 129 फीसदी टाइम ज्यादा लेता है। यह मुंबई में 135 फीसदी, बेंगलुरु में 162 फीसदी और कोलकाता में 171 फीसदी ज्यादा है। साफ है कि लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में डेढ़ से दो गुना ज्यादा वक्त लगता है। जबकि सिंगापुर में यह आंकड़ा 57 फीसदी, हॉन्ग कॉन्ग में 63, ताइपेई में 70 और बैंककॉक में 105 फीसदी ही है।
लोग करें कार पूल का इस्तेमाल
इसमें कहा गया है कि लोग अगर कार पूल का इस्तेमाल करें तो शायद इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। भारत में अभी उनकी कुल राइड्स में 30 फीसदी ही पूल है, जबकि सैन फ्रैंसिस्को में यह 60 फीसदी तक पहुंच चुका है। सर्वे के मुताबिक दिल्ली में जिन यात्रियों की राय ली गई है, उनमें से 89 फीसदी अगले पांच साल में कार खरीदना चाहते हैं। हालांकि इनमें से 79 फीसदी का कहना था कि अगर उन्हें वक्त पर राइड मिले तो वे अपने कार खऱीदने के फैसले को टाल सकते हैं।…Next
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