‘दुनिया की भीड़ में मन अकेला है’। आधुनिक दुनिया की ये दुखद सच्चाई है, जिससे कई लोग इत्तेफाक रखते हैं। रोजाना की भागदौड़ में लोगों के पास अपने करीबियों के लिए समय नहीं ही होता, जिसके चलते उन्हें कभी-कभी अकेलापन महसूस होता है, फिर ये कभी-कभी अक्सर में बदलता है और अक्सर हमेशा बन जाता है यानि उन्हें स्थायी रूप से अकेलापन महसूस होने लगता है।
आगे ये अकेलापन आपके लिए मौत की वजह बन सकता है। एक अमेरिकन रिसर्च की मानें, तो अकेलेपन से हार्ट अटैक का खतरा 40 फीसदी तक बढ़ जाता है। इसके अलावा समय से पहले मरने के संभावना भी 50 फीसदी तक बढ़ जाती है।
इस स्टडी में एक चौंका देने वाली बात भी सामने आई है, जिसके मुताबिक जो लोग पहले से दिल के मरीज रहे हैं, उनमें में से ज्यादातर लोगों की मौत अकेलेपन से ही हुई है।
अकेलेपन से बढ़ता है क्रॉनिक डिजीज का खतरा
रिसर्च के अनुसार जो लोग अकेलेपन के शिकार होते हैं, उन्हें क्रॉनिक डिजीज का खतरा काफी ज्यादा होता है और ऐसे लोगों में डिप्रेशन का खतरा भी ज्यादा हो जाता है। उन लोगों को मौत का खतरा ज्यादा होता है, जो समाज से कटकर अकेले रहते हैं या फिर कम लोगों से मेलजोल रखने के चलते पहले से ही कॉर्डियोवस्कुलर बीमारी से ग्रस्त होते हैं। दोस्तों और फैमिली के बीच रहकर आप इन बीमारियों से बच सकते हैं।
अकेलेपन से होने वाली दूसरी परेशानियां
अकेलेपन के कारण डिप्रेशन का रिस्क बढ़ता है। अगर आप अकेलेपन के शिकार हैं और काफी उदास और डाउन महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, ये खतरनाक साबित हो सकता है।
आप जब अकेले रहते हैं तो उस समय आने वाले भविष्य और करियर को लेकर काफी स्ट्रेस होता है, जो कि आपकी हेल्थ के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है।
अकेलेपन का असर आपकी डायट और फूड हैबिट पर भी पड़ता है, इस समय आप जंक फूड ज्यादा प्रिफर करते हैं और एक्सर्साइज भी नहीं करते। सेहत की दृष्टि से ये बहुत ही खराब है और इसका असर आपकी बॉडी पर दिखता है।
अकेलेपन को न बनने दें उदासी की वजह
अगर आप अकेले रहते हैं या अकेलापन फील करते हैं, तो इसका अर्थ ये बिल्कुल नहीं है कि आप उदास रहें बल्कि आप अपने अकेलेपन को भी एंज्वाय कर सकते हैं। नई फिल्में, सीरियल, किताबें या फिर कहीं घूमने फिरने से आप खुश रह सकते हैं…Next
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