अगर कोई सवाल पूछे कि लोग शराब क्यों पीते हैं? तो आपके कई जवाब हो सकते हैं लेकिन शराब पीने का एक ही नतीजा है और वो है ‘सेहत के साथ खिलवाड़’। बदलते वक्त के साथ शराब पीना एक स्टेट्स सिंबल बन गया है। कई लोग शराब को बुरी लत की तरह नहीं बल्कि ट्रैंड की तरह देखते हैं। हाल ही में विश्व विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब से होने वाली मौतों के आंकड़े पेश किए हैं।
20 मौतों में से एक मौत शराब से
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि बहुत अधिक शराब पीने के कारण साल 2016 में 30 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई और इनमें ज्यादातर पुरुष थे। यह एड्स, हिंसा और सड़क हादसों में होने वाली मौतों को मिलाने से प्राप्त आंकड़े से भी ज्यादा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में हर साल होने वाली 20 में से एक मौत शराब की वजह से होती है। साथ ही इस रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि करीब 23.7 करोड़ पुरुष और 4.6 करोड़ महिलाएं एल्कोहल से जुड़ी समस्या का सामना कर रही हैं। इनमें ज्यादातर यूरोप और अमेरिका में रहने वाले हैं। यूरोप में प्रति व्यक्ति शराब की खपत पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है जबकि वहां 2010 के मुकाबले अब शराब की खपत में 10 फीसदी तक की कमी आई है।
500 पन्नों की रिपोर्ट में सामने आई ये बातें
करीब 500 पन्नों वाली इस रिपोर्ट में कहा गया कि शराब की वजह से होने वाली मौतों में से तीन चौथाई से ज्यादा के शिकार पुरुष होते हैं। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस ऐधानॉम गेब्रेयेसस ने एक बयान में कहा, “बहुत से लोगों के लिये शराब के हानिकारक परिणामों का प्रभाव उनके परिजन और समाज के लोगों पर हिंसा, चोटों, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं व कैंसर और हृदयाघात जैसी बीमारियों के तौर पर पड़ता है।” वैश्विक तौर पर वर्ष 2016 में शराब से जुड़ी मौतों का आंकड़ा करीब 30 लाख था। यह इस संबंध में अब तक का सबसे नवीनतम आंकड़ा है…Next
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