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चीनी प्रोडक्ट के बायकॉट से एशिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक मार्केट का ऐसा है हाल, लोग बोले- विकल्प ढूंढ लेंगे

 

Rizwan Noor Khan
Rizwan Noor Khan2 Jul, 2020

 

लद्दाख सीमा पर पिछले दिनों चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प के बाद से देश में चीनी प्रोडक्ट के बायकॉट का सिलसिला चल रहा है। भारत सरकार ने चीन के मोबाइल एप्लीकेशन को दो दिन पहले ही बैन किया है। देशभर के व्यापारियों ने भी चीन के प्रोडक्ट नहीं बेचने का ऐलान किया है। ऐसे में दिल्ली स्थित एशिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक मार्केट के व्यापारियों का हाल खराब होता जा रहा है। वहीं, सोशल मीडिया पर लोगों ने विकल्प तलाशने की बात कही है।

 

 

 

 

एशिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक मार्केट दिल्ली में
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक एशिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की मार्केट दिल्ली में है। इसे नेहरू प्लेस इलेक्ट्रॉनिक मार्केट के नाम से जाना जाता है। बायकॉट चीनी प्रोडक्ट के चलते व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। पहले कोरोना के चलते कारोबार ठप रहा और अब चीन बायकॉट के चलते माल नहीं आ रहा है। ऐसे में व्यापारी परेशान हैं।

 

 

 

 

चीन का विकल्प तलाश लेंगे
नेहरू प्लेस इलेक्ट्रॉनिक मार्केट एसोसिएशन ने एएनआई को बताया कि हमारा 90 फीसदी माल चीन से आयात किया जाता है। जबकि मात्र 10 फीसदी ही भारत में बनता है। बायकॉट चीन के चलते माल आयात ठप हो गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष के मुताबिक दूसरे देशों की तुलना में चीन में सबसे सस्ते दाम में प्रोडक्ट मिल जाते हैं। एएनआई के ट्ववीट के रिप्लाई में लोगों ने चीन के विकल्प तलाशने की बात कहते हुए देश में ही इकाईयों की स्थापना की मांग की है।

 

 

 

 

 

गलवान घाटी की घटना के बाद चीन के खिलाफ गुस्सा
यूं तो समय समय पर चीन के प्रोडक्ट का बायकॉट करने की मुहिम छिड़ती रही है। लेकिन, इस बार इसे पुख्ता कर दिया गया है। दरअसल, लद्दाख की गलवान घाटी में 15-16 जून की रात को हुई हिंसक घटना में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। तब से देशवासियों में चीन के खिलाफ गुस्सा भरा हुआ है और वह लगातार प्रदर्शन और धरना देकर चीनी प्रोडक्ट के बैन की मांग कर रहे थे।

 

 

 

 

 

सरकार ने 59 चीनी मोबाइल एप्स भी बैन किए
लोगों के प्रदर्शन और गुस्से के चलते केंद्र सरकार ने भी 59 चीनी मोबाइल एप्लीकेशन को दो दिन पहले ही बैन किया है। सुरक्षा कारणों के मद्देनजर ऐसा करने की बात कही गई है। वहीं, देशभर में अलग अलग जगहों के व्यापारियों ने प्रदर्शन के जरिए चीनी प्रोडक्ट भविष्य में कभी नहीं बेचने का संकल्प भी लिया है।..NEXT

 

 

 

 

 

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