27 साल की नीलम ने जब हाल ही में डांस बार पर रोक हटने का फैसला सुना तो उसके चेहरे पर न निराशा के भाव थे और न खुशी के. वो नहीं जानती सुप्रीम कोर्ट द्वारा आए इस बड़े फैसले पर कितनी बड़ी बहस ने जन्म ले लिया है. उसे तो बस यह पता है इन नौ सालों में उसने कितने तरह के नरकों को यहां धरती पर भोगा है. उत्तरप्रदेश से महाराष्ट्र काम की तलाश में आई नीलम को, यहां आकर पहली बार पता चला कि डांस बार होता क्या है. उसका परिवार दो वक्त की रोटी के लिए भी मोहताज था.
हर बार बेहोशी की हालत में रेस को जीतती है ये चैंपियन
अपने और अपने परिवार के लिए वो यहां अपनी एक रिश्तेदार के पास काम की तलाश में आई. लेकिन यहां आकर उसने देखा उसकी यह दूर की बहन, डांस बार में काम करती है. उसकी बातों को सुनकर नीलम को लगा ये बिल्कुल अच्छा काम नहीं है. चंद घंटो की मेहनत के बदले इतने पैसे की बात उसे हजम नहीं हुई. लेकिन वो क्या करती? ज्यादा पढ़ी-लिखी भी तो नहीं थी. इसलिए मन को समझा-बूझाकर डांस बार में रोजी-रोटी कमाने निकल पड़ी.
इस दौरान उसने काफी पैसे अपने घर भेजे लेकिन उसके घर वालों ने कभी भी उसकी कमाई का जरिया या नौकरी के बारे में नहीं पूछा. नीलम बताती है कि डांस बार में काम करने के दौरान उसने कभी भी किसी और नौकरी के बारे में नहीं सोचा. तभी एक दिन उसकी जिन्दगी में भूचाल आ गया. जब राज्य सरकार ने डांस बार को अवैध घोषित करते हुए प्रतिबंधित कर दिया. अब उसके सामने रोजी-रोटी की दिक्कत आ खड़ी हुई. डांस बार में काम करने के दौरान उसने कभी बचत के बारे में नहीं सोचा. क्योंकि उसे रोज हजारों की पेमेंट की जाती थी. जिसमें से 30 प्रतिशत हिस्सा बार मालिक रख लेता था.
Read: क्या एक बार इन्हें गले से नहीं लगाना चाहेगें आप?
बार के बंद होते ही उसकी ज्यादातर सहेलियां देह-व्यापार के धंधे में जाने को मजबूर हो गई. उसके साथ रह रही उसकी बहन ने भी उसको यही सुझाव दिया. लेकिन उसने अपनी जिदंगी को फिर से पटरी पर लाने की पूरी कोशिश की. उसने अपने एक जान-पहचान के आदमी से शादी करने का फैसला लिया, जिससे वो बार में मिली थी. लेकिन जल्दी ही उसका ये फैसला गलत साबित हो गया. उसे कुछ महिनों बाद ही पता चल गया कि वो आदमी पहले से ही शादी-शुदा था और तीन बच्चों का बाप था. उसने उससे अलग होकर एक होटल में वेट्रेस की नौकरी कर ली. लेकिन वहां के पैसों से उसका गुजारा चलना बहुत मुश्किल था. अपनी जिन्दगी के नौ सालों को नीलम नर्क से भी बदतर मानती है. आज सब खोकर, अगर डांस बार शुरू हो भी गया तो उसकी जिंदगी में क्या बदलाव आ जाएगा. नीलम के मुताबिक वो एक अंधेरी खाई में गिर चुकी है जहां से उसका लौटना बेहद मुश्किल है.
Read : एक बार स्पर्म डोनेट कर चीन के युवा कमा रहें हैं 51,492 रुपए…जानें भारत में क्या है दाम
वहीं डांस बार बंद करने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद नया विवाद पैदा होता दिखाई दे रहा है. जिसमें राज्य सरकार और डांस बार असोसिएशन के मुख्य सदस्यों के बीच बात ठनती हुई दिखाई दे रही है. इन विवादों से परे जलते हुए सवाल और भी है जो आज सरकार, देश और समाज से ये सवाल बार-बार पूछ रहे हैं कि क्या देह व्यापार में जा चुकी लड़कियां यहां वापस लौट पाएगीं? क्या डांस बार की रौनक बनती ये बालाएं, अपनी मर्जी से यहां आती है? समाज में बार और बार बालाओं को इतनी शक भरी नजरों से क्यों देखा जाता है? और सबसे बड़ा जलता हुआ सवाल ये कि अगर बारके देह व्यापार का अड्डा बन जाने का इतना ही खतरा है तो सरकार देह व्यापार पर लगाम लगाने के लिए कोई कड़ा कदम क्यों नहीं उठाती? महिला सशक्तिकरण का दम भरने वाले लोग इन बार बालाओं के पुर्नवास के लिए आगे क्यों नहीं आते? सीधी-सी बात है अगर इन लड़कियों को कोई अन्य रोजगार सुलभ करवा दिया जाएगा, तो कोई भी लड़की न इन रंगीन चमचमाती रोशनी में थिरकने को मजबूर होगी और न ही, यहां से निकलकर रात की अन्धेरी गलियों में जाने को मजबूर ..next
Read more:
Read Comments