Menu
blogid : 316 postid : 1390159

प्रदूषण से निपटने के लिए कारगर हैं ये हेल्दी डाइट, इन चीजों को जरूर करें खाने में शामिल

दिल्ली और एनसीआर में दिवाली से पहले ही स्मॉग का कहर बरपा रहा है। आज सुबह हल्की ठंड के साथ स्मॉग भी देखने को मिली। ऐसे में कहा जा रहा है कि दिवाली के बाद दिल्ली और आसपास रहने वाले लोगों के लिए मुश्किलें और भी बढ़ सकती है।  प्रदूषण से सभी लोग अपने स्तर पर निपट रहे हैं कोई मास्क पहनकर बाहर निकल रहा है, तो कोई एंटी बॉयोटिक की दवाएं ले रहा है।

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal5 Nov, 2018

 

 

अगर आप भी प्रदूषण से निपटने के लिए तैयारियां कर रहे हैं, तो अपनी डाइट का ख्याल भी रखिए, आइए, हम आपको बताते हैं प्रदूषण से निपटने के लिए आप अपनी डाइट में किन चीजों को शामिल कर सकते हैं।

 

इन चीजों को डाइट में करें शामिल
खाने में दूध, घी, रोटी, दलिया, चावल, मूंग दाल की खिचड़ी, हरे साग और सूप को शामिल करें।
तोरी, सीताफल, टिंडे, कच्चा पपीता, मूली, टमाटर खाएं। ये सब्जियां शरीर को साफ करती हैं और इम्यूनिटी बढ़ाती हैं।
अनार, मौसमी, पका हुआ पपीता, नारियल और नारियल पानी पिएं।
मुनक्का और बादाम लाभदायक हैं। 3-4 मुनक्का या बादाम को दूध में उबालकर रात में खाएं।

 

Coconut water

 

इन चीजों से बचें
इस समय ठंडी चीजें और फ्रिज में रखी चीजें जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम, दही खाने से बचें।
खट्टी चीजें, ज्यादा मिर्च-मसाले वाली चीजें, डीप फ्राइड फूड आदि न खाएं।
मैदा से बनी चीजें न लें। ब्रेड से भी बचें।
भिंडी, मटर, गोभी, पनीर, मशरूम आदि सब्जियां न खाएं तो बेहतर रहेगा। पका केला, शकरकंद जैसी चीजें न लें।

 

 

छोटी-मोटी बीमारियों से निपटने के लिए टिप्स
च्यवनप्राश खाएं, सूप पिएं, सरसों और तिल का तेल ज्यादा अच्छा है। खाना बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करें। कार्ब्स (अनाज, आटा, चावल, सूजी आदि) कम खाएं।
गुड़ से फेफड़े साफ होते हैं। त्रिकटू चूर्ण (काली मिर्च) दो ग्राम हर दिन खा सकते हैं। इससे अस्थमा की समस्या कम होती है, फेफड़े साफ होते हैं।
गर्म या गुनगुना पानी अच्छा है। हर दिन तीन लीटर पानी काफी है। बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग जरूरत के हिसाब से ही पानी पिएं…Next

 

Read More :

पर्यावरण ही नहीं, पटाखों का आप पर भी पड़ता है सीधा असर, इन बीमारियों का बढ़ता है खतरा

क्या हैं ग्रीन पटाखे, इन 4 तरह के पटाखों से होता है कम प्रदूषण

सर्दी-जुकाम के बार-बार बनते हैं शिकार! ये हैं असली वजहें

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh