Covid-19 Vs. SARS and MERS: दुनियाभर में लोगों के लिए मुसीबत बन चुका कोरोना वायरस अब तक लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। जबकि बड़ी संख्या में लोग इस वायरस से जान गवां चुके हैं। नवंबर—दिसंबर 2019 में इस वायरस ने सबसे पहले चीन में अपने पांव पसारने शुरू किए थे जो अब पूरी दुनिया में पहुंच चुके हैं। कोरोना फैलने के कई साल पहले भी दो वायरस बड़ी तबाही मचा चुके हैं। जिनके प्रकोप से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना अब तक का सबसे खतरनाक वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में 4429969 लोग अब तक कोरोना से ग्रसित हो चुके हैं। जबकि 298180 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा इस वायरस ने अमेरिका में कहर बरपाया है। वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा आने वाले देशों में अमेरिका, रूस, इटली, ईरान और चीन हैं। यह वायरस अब तक सबसे खतरनाक वायरस घोषित किया जा चुका है।
कोरोना से पहले मर्स MERS
कोरोना वायरस ने 2019 में चीन से फैलने की शुरुआत की थी। जबकि कोरोना वायरस से पहले दुनिया के 27 से ज्यादा देशों में मर्स MERS ने तबाही मचाई थी। 2012 में मर्स वायरस का पहला मरीज सउदी अरब में पाया गया था। मिडिल ईस्ट देशों से इस वायरस ने फैलने की शुरूआत की थी। इस वायरस से 2494 लोग ग्रसित हुए थे। जबकि 858 लोगों की मौत हो गई थी।
मर्स से पहले सार्स SARS
मर्स वायरस फैलने से पहले 2002 में सार्स वायरस ने तबाही मचाई थी। यह वायरस भी चीन से ही विश्व के 30 देशों में फैला था। चीन के गुआंगडोंग में सार्स से ग्रसित पहला मरीज पाया गया था। इस वायरस के तेज प्रसार से दुनियाभर में सनसनी फैल गई थी। सार्स की चपेट में 8473 मरीज आए थे, जबकि 813 लोगों की इस वायरस की वजह से मौत हो गई थी।
वायरस का गढ़ है चीन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन में तमाम तरह के जीवों का मांस खाए जाने के कारण वहां वायरस फैलने का खतरा ज्यादा है। इसीलिए चीन को कई विशेषज्ञ वायरस का गढ़ भी कहते हैं। चीन में बड़े पैमाने पर समुद्री और जंगली जीवों चमगादड़, सांप समेत कई तरह के जीवों का मांस खाया जाता है। विशेषज्ञ इसे अप्राकृतिक मानते हैं। कोराना और मर्स वायरस के फैलने की एक वजह भी यही बताई जा रही है।
एक ही परिवार के सदस्य हैं तीनों वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस कई वायरस का समूह है। मर्स और सार्स भी कोरोना वायरस परिवार के ही सदस्य बताए गए हैं। विशेषज्ञों का दावा है कि यह तीनों वायरस जीव जंतुओं में पाए जाते हैं। इन जीवों के अप्राकृतिक सेवन से यह वायरस मनुष्यों में पहुंच गए। तीनों वायरस के लक्षण लगभग एक जैसे ही बताए गए हैं।..NEXT
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